हरियाणा के पानीपत जिले के एक हेड कांस्टेबल (ईएचसी) ने सुसाइड कर लिया है। ईएचसी ने सुबह करीब 4 बजे सेक्टर 6 के पीछे रेलवे पटरियों पर एक ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शव की रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत हालत में पड़ा होने की सूचना जीआरपी को मिली। जीआरपी ने शव के पास से मिले दस्तावेजों के आधार पर उसकी पहचान की। सिविल अस्पताल में पंचनामा भरवा कर शव शवगृह में रखवा दिया गया है। ईएचसी ने सुसाइड किन कारणों के चलते किया है, इसके बारे में जीआरपी जांच कर रही है।
दरअसल, ईएचसी पर जनवरी 2022 में एक महिला ने दुष्कर्म के आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया था। केस दर्ज होने के बाद से ईएचसी को एसपी ने लाइनहाजिर कर दिया था। तब ही से मामला थाने में विचाराधीन है। उक्त मुकदमें में ईएचसी के साथ-साथ उसके भाई पर भी आईपीसी की धारा 323, 34, 376 (2) (N), 506 और 509 के तहत केस दर्ज हुआ था।
ईएचसी संदीप कुमार ने इस खौफनाक कदम को उठाने से पहले अपने किसी जानकार को सुसाइड नोट व्हाट्सएप पर मैसेज के जरिए लिखकर भेजा। साथ ही उसने रेलवे ट्रैक पर खुद के खड़े होने की फोटो भी भेजी। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि आज ज्वाला (काल्पनिक नाम) ने मुझे व्हाट्सएप कॉल करके घर पर बुलाया और मेरे साथ मारपीट की। फिर उसने देव त्यागी और राजेश जाट को भी बुला कर मेरे साथ मारपीट की। अब मैं इनकी वजह से अपनी जान दे रहा हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार तीन आदमी है और मुझे इंसाफ दिया जाए और मेरे पास तीन बेटियां हैं। मैं ज्वाला शर्मा से बहुत तंग आकर अपनी जान दे रहा हूं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
संदीप ने राजेश जाट और देव त्यागी का मोबाइल नंबर भेजते हुए फिर एक मैसेज लिखा कि ज्वाला शर्मा से बहुत तंग था, इसलिए मैं अपनी जान को रहा हूं। इन तीनों ने मेरे साथ मिलकर बहुत बुरा किया, इनको सजा मिलनी चाहिए. पानीपत सिविल अस्पताल में पहुंचे परिजनों और उसके दोस्तों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही कहा कि मृतक संदीप की तीन बेटियां हैं। उसके जाने से बेटियों के सिर से बाप का साया उठ गया है और उनकी मां अब परेशान है। बहरहाल, परिजनों के बयानों के आधार पर पुलिस मामले की गहनता से जांच करने में जुटी है।