मुंबई. महाभारत में दुर्योधन का किरदार निभाने वाले पुनीत इस्सर ने एक चौंकाने वाली घटना का रहस्योद्घाटन किया है. उन्होंने बताया कि चीरहरण के सीन के लिए उनके ऊपर गैर जमानती वारंट कटा था. दरअसल उनके ऊपर किसी शख्स ने द्रौपदी के चीरहरण को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था. इस बात की जानकारी उन्होंने हाल ही में जब महाभारत की स्टारकास्ट टीवी के कॉमेडी शो ‘द कपिल शर्मा शो’ में आई थी तब दी.
पुनीत इस्सर ने बताया कि वह मुंबई में अपनी गाड़ी से जा रहे थे तभी पीछे से पुलिस गाड़ी आई और उनके सामने आते हुए उन्हें रुकने का इशारा करने लगी. उन्होंने सोचा कि उनसे ट्रैफिक को लेकर कोई गलती हुई है. लेकिन जब उन्होंने गाड़ी रोकी तो पता चला कि उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट कट चुका है.
कुछ ही समय बाद यह भी पता चला कि केवल उन्हीं के ऊपर नहीं, बल्कि पुनीत समेत गूफी पेंटल, नरेंद्र शर्मा, राही मासूम रजा, बी आर चोपड़ा के खिलाफ भी केस दाखिल किया गया है. इसके बाद बीआर चोपड़ा ने मामले में एक वकील से परामर्श लेकर उनको मामले को देखने को कहा. पुनीत ने बताया इसके बाद उन्हें मामले में कुछ नहीं करना पड़ा. लेकिन करीबन 28 साल बाद उन्हें मामले में दोबारा समन जारी हुआ.
पुनीत के अनुसार, जो वकील मामले को देख रहे थे वो बीआर चोपड़ा के लिए जिम्मेवार थे. बाद में रवि चोपड़ा इन चीजों को देखते थे. लेकिन जब बीआर चोपड़ा, रवि चोपड़ा, नरेंद्र शर्मा, राही मासूम रजा इस दुनिया से रुख्सत हो गए तब दोबारा यह मामला पुनीत के ऊपर आ गया. इसके बाद पुनीत और गुफी ने अपनी ओर से एक वकील किया और मामले का निपटारा किया.
इस अवसर पर पुनीत इस्सर ने कुछ और चौंकाने वाली घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि जब वे केस के सिलसिले में वाराणसी गए तो पता चला कि जिस शख्स ने यह शिकायत उनके ऊपर दर्ज कराई थी उसका उद्देश्य महज इतना था कि वो एक बार उनके साथ फोटो क्लिक कराना चाहता था. इसलिए उसने केस दर्ज कराई थी. उसको ऐसा लगता था कि मामले के लिए पुनीत जरूर वाराणसी आएंगे और फिर उनके साथ तस्वीर आ जाएगी.
इसी तरह एक और मामले के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि एक बार एक बड़े बिजनेसमैन ने महाभारत की स्टाकास्ट को रात के खाने के लिए अपने घर बुलाया था. वहां घर की महिलाएं ही सभी खाना परोस रही थीं. लेकिन जैसे ही पुनीत की बारी आती वो बिना खाना दिए ही आगे बढ़ जातीं. तब घर के कुक ने आकर उन्हें खाना दिया. दरअसल, घर की महिलाएं दुर्योधन से खफा थीं.