देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस बढ़ते जा रहे हैं। केरल, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ और कर्नाटक, नागपुर में चार नए केस मिलने के बाद अब कुल मरीजों की संख्या 38 हो चुकी है। अब तक देश में दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात से नए कोविड वैरिएंट के मरीज सामने आ चुके हैं। जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए पता चला है कि चारों नए मरीज में ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर इस वक्त दुनियाभर में रिसर्च जारी है। कई विशेषज्ञ इस वैरिएंट के खिलाफ बूस्टर डोज की वकालत भी कर रहे हैं। करीब 50 नए म्यूटेशन वाले इस वैरिएंट को लेकर जांच की जा रही है कि ये अपने पूर्ववर्ती डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है या कम? हालांकि अब तक ये बात स्पष्ट हो चुकी है कि ओमिक्रॉन का प्रसार बहुत तेजी से होता है यानी इसकी संक्रमण क्षमता बहुत ज्यादा है। आइए जानते हैं कि देश में इस वक्त इस वैरिएंट की क्या स्थिति है।
- 1-चंडीगढ़ में इटली से अपने रिश्तेदारों से मिलने आया एक 20 वर्षीय युवा ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिला है। 22 नवंबर को देश में आने के बाद वो होम क्वारंटाइन था और एक दिसंबर को उसे कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था। जिनोम सिक्वेंसिंग में खुलासा हुआ कि वो ओमिक्रॉन पॉजिटिव है।
- 2-चंडीगढ़ में जिस युवा में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला है वो पूरी तरह लक्षणविहीन था। इटली में उसने फाइज़र वैक्सीन के दोनों डोज लिए थे। इस वक्त वो इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन में है।
- 3-इस युवा के परिवार के सात हाई रिस्क लोगों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है। ये सभी लोग आरटीपीसीआर टेस्ट में निगेटिव आए हैं। आज एक बार फिर इनका टेस्ट किया गया है और नतीजे का इंतजार किया जा रहा है।
- 4-आंध्र प्रदेश में जो व्यक्ति ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिला है वो आयरलैंड से लौटा था। वो इस वक्त विशाखापत्तनम में है।
- 5-पूरे देश की बात करें तो बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 7 हजार 774 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 46 लाख 90 हजार 5 सौ 10 हो गई। जबकि 306 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4 लाख 75 हजार434 हुई हो चुकी है।
- 6- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक 1 अरब 32 करोड़ 93 लाख 84 हजार 7 सौ 95 खुराक दी जा चुकी है। जिसमें से 89 लाख 56 हजार 7 सौ 84 खुराक शनिवार को दी गई।
- 7- इस बीच कर्नाटक के जेनोमिक सर्विलेंस कमेटी के एक सदस्य डॉक्टर विशाल राव का कहना है कि हल्के लक्षण के बावजूद भी ओमिक्रॉन को नंजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
- 8-दक्षिण अफ्रीका के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि आईसीयू और वेंटिलेटर की जरूरत में हर दिन करीब 25 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है। दक्षिण अफ्रीका ने पिछले एक महीने में कोविड -19 मामलों में हर दिन 280 मामलों से हर दिन 16,000 मामलों में भारी उछाल देखा गया है।
- 9-अब तक ये देखा गया है कि जिस वायरस से पहली लहर आई उसे सिस्टम (मानव शरीर में ACE2 रिसेप्टर्स) में प्रवेश करने में दो सप्ताह लग गए। जबकि डेल्टा को सिर्फ एक सप्ताह का समय लगा और अब ओमिक्रॉन को संभावित रूप से एक सप्ताह से भी कम समय लग सकता है।
- 10- ओमिक्रॉन ने अल्फा, बीटा, गामा या किसी अन्य ज्ञात कोरोना वायरस से कोई समानता नहीं दिखाई है। एक अध्ययन में कहा गया है कि इस वेरिएंट को पहली बार 2020 में देखा गया था और अब यह फिर से उभरा है।