कर्नाटक. कर्नाटक में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद की घोषणा कर दी हैं। सिद्धारमैया सीएम पद की शपथ लेंगे। आलाकमान ने सिद्धारमैया पर मुहर लगा दी हैं। वही, सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों ही सीएम पद के दावेदार थे। वही कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से सिद्धारमैया मिलने पहुँचे हैं।
सिद्धारमैया 1983 में राजनीति की शुरुआत करने वाले नेता पहला चुनाव भारतीय लोक दल पार्टी के टिकट पर लड़े थे। इस पार्टी का गठन साल 1974 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस के विपक्ष के तौर पर हुआ था। समय के साथ वह कुरुबा ओबीसी नेता के तौर पर बढ़े और पिछड़ा वर्ग, मुस्लिम और दलित वोट साधने पर जोर दिया।
भारतीय लोक दल पार्टी के बाद वह जनता पार्टी में और फूट के बाद जनता दल (सेक्युलर) का हिस्सा बने। साल 2006 में वह कांग्रेस में आए। कहा जाता हैं कि, पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा से अनबन के चलते उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा था। उन्हें बाद में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, और 2013 में 122 सीटों पर जीत के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद सौंपा गया था।
खास बात यह हैं कि, कर्नाटक की राजनीति का बड़ा नाम होने के बाद भी सिद्धारमैया हाल के समय में अपने लिए सुरक्षित सीट खोजने में असफल हुए हैं। हालांकि, इस बार उन्होंने वरुण सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।