देहरादून. उत्तराखंड में कुमांऊ में भाजपा के 11 नेता कोरोना संक्रमित निकल चुके हैं, तो गढ़वाल मंडल में पार्टी के प्रदेश महामंत्री समेत दो लोग कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. इससे भाजपा अब विपक्ष के निशाने पर है. कॉंग्रेस का शुरु से ही आरोप रहा है कि राज्य में दो कानून चल रहे हैं, एक सत्ता पक्ष के नेताओं के लिए और एक विपक्ष के लिए. कॉंग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना का आरोप है कि विपक्ष के नेता जन समस्याओं पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रदर्शन करते हैं, तो मुकदमा दर्ज हो जाता है. दूसरी तरफ़ भाजपा नेता जगह-जगह घूम रहे हैं, मीटिंगें आयोजित कर रहे हैं और उनके खिलाफ प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा.
दिल्ली से आए, हरिद्वार पहुंचे जाजू
दरअसल कोरोना काल में सत्ताधारी भाजपा शुरु से ही हाई रिस्क ज़ोन में बनी रही. लॉकडाउन में मोदी किचन के नाम पर भाजपाई हर गली मोहल्ले में घूमते रहे तो अनलॉक दौर में भी उसके नेता बेफिक्री से दिल्ली, देहरादून और राज्य भर में घूम रहे हैं.
पार्टी सोशल डिस्टेंसिंग पर भाषण तो दे रही है लेकिन, उसके खुद के नेता मास गैदरिंग करते देखे जा सकते हैं. हाल ही में पार्टी के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू दिल्ली से आए तो क्वारन्टीन रहने के बजाय हरिद्वार पूजा करने पहुंच गए.
मीटिंग्स से फैला संक्रमण
पार्टी ने 10 जुलाई को अपने तीनों महामंत्रियों को सभी 70 विधानसभाओं के दौरे पर भी भेज दिया. महामंत्रियों ने जो मीटिंगें आयोजित कीं उन्होंने कोरोना की एक नई चेन खड़ी कर दी. कुमांऊ में पार्टी के 11 नेता पॉजिटिव निकल चुके हैं तो गुरुवार को पार्टी महामंत्री कुलदीप कुमार और पछुवादून में पार्टी मीडिया प्रभारी चिराग गुलेरिया भी पॉजिटिव पाए गए.
कुलदीप कुमार पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा में मीटिंगें करके लौटे हैं. इससे पार्टी के कुमाऊं मंडल में हड़कंप की स्थिति है. कुलदीप कुमार के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना पर भाजपा के 300 से अधिक कार्यकर्ता क्वारन्टीन हो गए हैं.
ऐसे नहीं फैलता कोरोनाः भगत
इस सबके बावजूद भाजपा नेताओं में वो गंभीरता नज़र नहीं आती जो एक ज़िम्मेदार पार्टी वर्कर में नज़र आनी चाहिए. पार्टी के सांसद तीरथ सिंह रावत अपने संसदीय क्षेत्र में इन दिनों शिल्यान्यास कार्यक्रमों में बिज़ी हैं. इन कार्यक्रमों में रावत कहीं भी मुंह पर मास्क चढ़ाए हुए नहीं दिख रहे. उनके कार्यक्रमों में पब्लिक गैदरिंग भी खूब हो रही है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को ऐसे कार्यक्रमों से चिंता नहीं होती. उनका कहना है कि कोरोना ऐसे नहीं फैलता. विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहते हैं कि उनको हमने अगले 20-25 सालों तक विरोध करने का जिम्मा सौंपा हैं.
कौशिक भी बेफ़िक्र, सीएम गंभीर
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक भी इस बात को बेहद हल्के में ले रहे हैं. कौशिक कहते हैं कि कॉंग्रेस के दिमाग में कोरोना को लेकर कुछ गड़बड़ है.
तो दूसरी ओर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत इस पर गम्भीर नजर आते हैं. नेताओं के मास्क न पहनने के सवाल पर सीएम कहते हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को नियमों का पालन करना चाहिए.