नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान आरएसएस सक्रिय है. संगठन राहत कार्य में जुटा है. लोगों को जागरूक करने के साथ ही संघ कार्यकर्ता कोविड-19 के मद्देनजर सभी नियमों और सावधानियों का पालन कर रहे हैं.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पालघर की घटना पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, ‘ये कृत्य होना चाहिए क्या? कानून व्यवस्था को हाथ में लेना चाहिए क्या? ऐसा जब होता है तो पुलिस को क्या करना चाहिए? ये सारी बातें सोचने की बातें हैं.
ये कृत्य होना चाहिए क्या? कानून व्यवस्था को हाथ में लेना चाहिए क्या? ऐसा जब होता है तो पुलिस को क्या करना चाहिए? ये सारी बातें सोचने की बातें हैं :साधुओं की हत्या पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत #Palghar pic.twitter.com/O3acfYmTdt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 26, 2020
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने कार्यकर्ताओं को देश में स्थिति का फायदा उठाने संबंधी निहित स्वार्थों को लेकर भी आगाह किया. महाराष्ट्र के पालघर में हुई दो साधुओं की लिंचिंग पर उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इससे फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं.
भागवत ने कहा, “भारत ने इस महामारी का प्रभावी रूप से मुकाबला किया क्योंकि सरकार और लोगों ने इस संकट से निपटने के लिए आगे बढ़कर काम किया है.”
नागपुर में आरएसएस कार्यकर्ताओं से भागवत ने कहा कि महामारी का खात्मा होने तक हमें राहत कार्य जारी रखना चाहिए. कोविड-19 संकट से प्रभावित सभी लोगों की मदद करनी चाहिए.
आरएसएस प्रमुख ने यह भी कहा कि भारत की 130 करोड़ जनसंख्या में सभी भारत माता के बच्चे हैं और हमारे भाई-बहन हैं. इस बात को ध्यान में रखना चाहिए. क्या किसी को कानून अपने हाथ में लेना चाहिए? पुलिस को क्या करना चाहिए? हमें इन सारी बातों के बारे में सोचना चाहिए.