श्रावस्ती. UP के श्रावस्ती में 18 मजदूरों को क्वारेंटाइन में रखा गया था. लेकिन तीन दिनों तक इन मजदूरों को खाना तक नहीं मिला. इस बात का पता चलने पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए ग्राम प्रधान को जेल भेज दिया और ग्राम सचिव को निलंबित कर दिया गया है. 6 अप्रैल को जब श्रावस्ती के डीएम द्वारा निरीक्षण किया तो सेंटर के लोगों ने उनसे शिकायत की कि पिछले तीन दिनों से उन्हें खाना नहीं मिला है.
हालाकि खाना देने की बात कागजों में दर्ज थी. लेकिन मजदूरों तक नहीं पहुंची. मामले की जांच करने पर पता चला कि 2 अप्रैल को 16 कामगारों, 3 अप्रैल को 17 और 4 अप्रैल को 18 कामगारों को चाय नाश्ता और खाना देने की बात कागजों में तो दर्ज है, लेकिन वास्तव में इन्हें वह दिया नहीं गया. इसके बाद ग्राम प्रधान को क्वारेंटाइन में रखे गए लोगों को खाना उपलब्ध करवाने की राशि में हेराफेरी करने और आपदा प्रबंधन के काम में बाधा डालने का दोषी पाया गया. जिसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर ग्राम प्रधान खिलाफ थाना में मामला दर्ज कर मंगलवार को उसे जेल भेज दिया गया. साथ ही ग्राम निलंबित कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं.