सामने आए चश्मदीद गवाह विक्रम सिंह की गवाही इसलिए भी अहम हो जाती है कि वो खेत विक्रम का ही है जहां पीड़िता के घायल अवस्था में मिलने की बात कही जा रही है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में विक्रम ने दावा किया है कि 14 सितंबर को जब वह सुबह अपने खेत में था, तभी उसने लड़की की चीखने की आवाज सुनी थी। वह सुबह अपने खेत में चारा काट रहा था, जब उसने लड़की के चीखने की आवाज सुनी तो वो मौके की तरफ भागा था।
विक्रम के मुताबिक, जब वो मौके पर गया तो उसने देखा कि उसके खेत में ही लड़की जमीन पर पड़ी हुई थी। पीड़ित लड़की का बड़ा भाई और लड़की की मां वहां खड़े थे। विक्रम ने बताया कि लड़की के गले पर चोट थी। वो भाग कर लवकुश और उसकी मां को ये बताने के लिए पास के खेत में गया और उन्हें मौके पर चलने के लिए कहा।
विक्रम का दावा है कि जब वो वापस आया तो लड़की का भाई मौके से जा चुका था। लड़की खेत में ही पड़ी हुई थी और उसकी मां वहां अकेले खड़ी थी। लड़की की मां ने कहा कि मेरे बेटे को घर से बुला लाओ। विक्रम का दावा है कि जब वो लड़की के घर गया और पीड़िता के भाई को कहा कि चलो तुम्हारी बहन की हालत खराब है, तो उन्होंने कहा जब 5-6 लोग आ जाएंगे तब मैं आऊंगा। विक्रम का कहना है कि उसके बाद वह अपने घर आया और सबको घटना के बारे में बताया। फिर गांव में भीड़ जुटी और सब मौका-ए-वारदात की तरफ गए।
गुरुवार को सीबीआई की टीम गांव में आरोपियों के घर भी गई थी। तीन आरोपियों के घर एक ही परिसर में है। वहीं, एक अन्य आरोपी का घर दूसरी जगह पर है, लेकिन चारों आरोपी हैं एक ही गांव के। टीम ने आरोपियों के घर में कमरे से लेकर घर की छत तक पर तलाशी ली। सीबीआई को आरोपियों के घर से क्या मिला है यह तो नहीं पता, लेकिन पीले रंग के एक पैकेट में सीबीआई टीम कुछ सामान अपने साथ जरूर ले गई है।