मदुरै। तमिलनाडु के मदुरै में शुक्रवार को एक निजी पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोटों में तीन महिलाओं समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के हवाले से बताया कि रसायनों को मिलाते समय घर्षण के चलते आग लग गई, जिससे सिलसिलेवार धमाके हुए और फैक्टरी की इमारत को नुकसान हुआ है। इस दौरान पीड़ितों की झुलसकर मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि सात अन्य कर्मी सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे। अग्निशमन विभाग की विरुधुनगर और श्रीविल्लीपुतूर इकाईयों की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।
द्रमुक के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने दुर्घटना में हुई लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए सरकार से दिवाली से पहले पटाखा फैक्टरियों में सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने मृतकों के परिजन को पर्याप्त मुआवजा देने की भी मांग की।
मुंबई में अग्निशमन विभाग के कर्मी यहां एक मॉल में लगी आग को काबू करने में पिछले 12 घंटे से जुटे हैं और मॉल के पास स्थित एक अन्य इमारत से 3,500 लोगों को एहतियात के तौर पर बाहर निकाला गया है। नगर निकाय के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि मुंबई सेंट्रल क्षेत्र में स्थित सिटी सेंटर मॉल में बृहस्पतिवार रात आठ बजकर 50 मिनट पर आग लग गई और आग पर काबू पाने की कोशिश में दो अग्निशमन कर्मी भी घायल हो गए। एक अधिकारी ने बताया कि इस मॉल में एक भूमिगत तल के साथ तीन मंजिल हैं और यहां से करीब 300 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि दमकल के 24 इंजन और 16 बड़े टैंकर समेत दमकल की कुल 50 गाड़ियां आग पर काबू पाने के काम में जुटी हुई हैं। इसके अलावा 250 से अधिकारी अधिकारी और दमकलकर्मी भी तैनात हैं। विज्ञप्ति में बताया गया कि आग बुझाने की कोशिश के दौरान एक दमकल कर्मी का दाहिना हाथ मामूली रूप से जख्मी हो गया, जिसके बाद उसे निकटतम जे जे अस्पताल ले जाया गया। उसकी हालत स्थिर है। आग मॉल की दूसरी मंजिल पर स्थित एक मोबाइल की दुकान में लगी थी। इस मंजिल पर ज्यादातर दुकानें मोबाइल और उससे जुड़ी सामग्रियों की ही हैं।