
शरणार्थी संकट से जूझ रहे यूरोप में इन दिनों सोशल साइट फेसबुक पर लोग जमकर जातिवाद, घृणा और अभद्र भाषा का प्रयोग कर माहौल कराब करने की कोशिश कर रहे हैं। इनसे निपटने के लिए फेसबुक ने ‘ऑनलाइन सिविल करेज इनिशिएटिव’ नामक नई मुहिम शुरू की है।
इस मुहिम के तहत फेसबुक पर ‘ऑनलाइन सिविल करेज इनिशिएटिव’ नामक एक पेज तैयार किया गया है, जिसमें लोग जातिवाद, घृणा संबंधी पोस्टों के खिलाफ अपनी राय व्यक्त कर सकते हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस मुहिम की शुरुआत बर्लिन से की गई है। इसे जर्मनी के न्याय और उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय द्वारा समर्थित किया गया है।
फेसबुक के अनुसार, इस मुहिम के तहत ऑनलाइन उग्रवाद से लड़ने वाले यूरोप के एक एनजीओ में 1 मिलियन यूरो का निवेश किया गया है। फेसबुक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शेरिल सैंडबर्ग ने बताया, ‘फेसबुक अभद्र भाषा और हिंसा के प्रचार-प्रसार का स्थान नहीं है। इस नई पहल के साथ हम इंटरनेट पर उग्रवादी भाषणों की चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकते हैं।’
इस मुहिम के लिए फेसबुक के साथ स्ट्रैटेजिक डायलॉग, दि एमाडियो एंटोनियो फाउंडेशन और दि इंटनेशनल सेंटर फॉर दि स्टडी ऑफ रेडिकलाइजेशन एंड पॉलिटकल वॉयलेंस से साझेदारी हुई है। लंदन का संस्थान दि इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक डायलॉग’ इस मुहिम का नेतृत्व कर रहा है।