नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने भी नेताजी की 125वीं वर्षगांठ पर हावड़ा-कालका मेल का नाम बदलकर ‘नेताजी एक्सप्रेस’ रख दिया है।
इसके पहले 29 अक्टूबर 2019 को प्रसिद्ध योगी और योगदा सत्संग सोसायटी ऑफ इंडिया और सेल्फ-रियलाइजेशन फेलोशिप के संस्थापक परमहंस योगानंद की 125वीं जयंती पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 125 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया था। परमहंस योगानंद को पश्चिमी देशों में ‘योग पिता के तौर पर जाना जाता है।
सिक्के के पिछले हिस्से में नेताजी का चित्र होगा। इसके ठीक ऊपर हिन्दी में लिखा होगा ‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस का 125वाँ जयंती वर्षन। निचले हिस्से में अंग्रेजी में लिखा होगा ‘125TH BIRTH ANNIVERSARY YEAR OF NETAJI SUBHAS CHANDRA BOSE’. नीचे जारी करने का साल 2021 अंकित होगा।
नेताजी की 125वीं जयंती पर जारी हो रहे सिक्के के अगले भाग में बीच में अशोक स्तंभ की आकृति होगी, इस आकृति के नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा होगा। बाईं परिधि पर देवनागरी में ‘भारत’ और दाईं परिधि पर अंग्रेजी में ‘INDIA’ अंकित होगा। अशोक स्तम्भ के ठीक नीचे रुपये के प्रतीक चिन्ह के साथ अंकों में सिक्के का मूल्य यानी 125 लिखा होगा।
125 रुपये का सिक्का गोल होगा, बाहरी आकार 44 मिलीमीटर होगा, किनारों पर इसके 200 धारियां बनी होंगी। ये सिक्का 4 धातुओं से मिलकर बना होगा। इसमें 50 परसेंट चांदी होगी, 40 परसेंट तांबा, 5 परसेंट निकिल और 5 परसेंट जस्ता होगा. इस सिक्के का वजन 35 ग्राम होगा।
23 जनवरी को आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं वर्षगांठ है। हाल ही में भारत सरकार ने नेताजी के जन्मदिन को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है। इस मौके पर भारत सरकार 125 रुपये के मूल्य का सिक्का जारी करेगी।