रायपुर. विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश के अम्बिकापुर में कुछ लोगों के द्वारा एक सम्प्रदाय विशेष के विरुद्ध आर्थिक बहिष्कार लगाने की कथित घटना के समाचार पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि यह सरकार की तुष्टीकरण की नीति का ही परिणाम है. अपराधियों की कोई जाति नहीं होती है, न ही कोई सम्प्रदाय होता है लेकिन जब सरकार अपराधियों को सम्प्रदाय में बांट कर किसी एक सम्प्रदाय की तुष्टीकरण की कोशिश करती है, तो इस तरह आम जनता सड़कों पर उतरती है और ऐसी घटनाएँ होती हैं.
अपने निवास में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अम्बिकापुर की इस सम्प्रदाय विशेष के बहिष्कार के घटना की बात प्रदेश और देश में हो रही है. जिसमें कुछ लोग एक संप्रदाय विशेष के विरुद्ध आर्थिक बहिष्कार की बात कह रहे हैं जो कि दुर्भाग्यजनक है. सरकार के तुष्टिकरण के कारण ही प्रदेश में इस तरह का वातावरण निर्मित हो रहा है, नहीं तो कवर्धा में साम्प्रदायिक तनाव, भगवा ध्वज उतारना और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के बाद भी ऐसे अपराधिय़ों पर कोई कार्यवाही न होना इसका प्रमाण है.
उन्होंने कहा कि यही स्थिति प्रदेश में कुछ धर्मांतरण के मामलों में भी है. वास्तव में सरकार अपराधियों को सम्प्रदाय विशेष में बांट कर एक सम्प्रदाय की तुष्टिकरण कर रही है, जिसके कारण जनता में रोष है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पन्द्रह वर्षों के कार्यकाल के दौरान कभी भी ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति निर्मित नहीं हुई, यह इस सरकार के गलत नीतियों का परिणाम है. जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ भूपेश सरकार जिम्मेदार है.