भोपाल। सायबर क्राइम पुलिस को बड़ी सफ़लता मिली है। पुलिस ने ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है जो अब तक 10 हजार लोगों से 10 करोड़ रुपए ठग चुका है। गिरोह लोगों को सस्ते में लोन दिलाने का झांसा देता था। इसके लिए उसने नोएडा में कॉल सेंटर और तमाम वेबसाइट बना रखी थीं। पुलिस ने गिरोह के सरगना, उसकी पार्टनर मंगेतर और बहन को गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह का चौथा सदस्य फरार है तीनों आरोपी नोएडा में पकड़े गए।
भोपाल की सायबर क्राइम पुलिस की गिरफ्त में आए ये आरोपी, लोगों को अपनी वेबसाइट और कॉल सेंटर का भरोसा दिलाकर उन्हें झांसे में लेते थे और फिर सस्ता लोन दिलाने के नाम पर उनसे धोखाधड़ी करते थे। पुलिस ने गिरोह के मास्टर माइंड डेविड कुमार जाटव, प्रबंधक मनीषा भट्ट, और नेहा भट्ट को गिरफ्तार किया है।
इस धोखाधड़ी के लिए गिरोह ने नोएडा उत्तर प्रदेश में कॉल सेंटर खोल रखा था। वहां 25-30 लड़कियां काम करती थीं। इस कॉल सेंटर के माध्यम से ये गिरोह लोगों को फोन लगाकर पर्सनल लोन सस्ते इंटरेस्ट पर देने का लालच देता था। गिरोह की सदस्य नेहा भट्ट डेविड कुमार जाटव की मंगेतर है और अगस्त 2018 से उसके साथ काम कर रही है। डेविड की फर्जी कंपनियों का मैनेजमेंट यही देखती थी। गिरोह की तीसरी सदस्य मनीषा भट्ट, नेहा की बहन है। वो कॉल सेंटर प्रबंधन का काम देखती है। इस गिरोह का चौथा सदस्य कमल कश्यप है जो अभी फरार है। कमल ग्राहकों से पैसे लेने के लिए फर्जी बैंक अकाउंट और सिम कार्ड उपलब्ध कराता था. डेविड कुमार जाटव उसे ₹50000 प्रति फर्जी बैंक अकाउंट के आधार पर पेमेंट करता था.