उत्तर प्रदेश में योगी सरकार महिलाओं के लिए जितनी संवेदनशील है उतनी संवेदनशीलता बदायूं पुलिस में नहीं दिखती है. सरेआम एक महिला सिपाही को उसके पति द्वारा कई जगह पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद भी बदायूं पुलिस ने केवल एनसीआर ही दर्ज कर पति को बचा दिया है. महिला सिपाही अपनी कोरोना अस्पताल में ड्यूटी करके वापस घर जा रही थी.
बदायूं में वीडियो वायरल हुआ है, इसमें महिला सिपाही का पति सरेराह रोड पर उसे पीटता हुआ नजर आ रहा है. वर्दी में महिला को महिला का पति इस तरह पीट रहा है जैसे कोई सरेआम गुंडागर्दी कर रहा हो. इस पूरे मामले में महिला की तहरीर पर 323 और 504 में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने इतिश्री कर दिया. लेकिन क्या वर्दी में इस तरह महिला को बेइज्जत करना कहां तक सही है? यह वर्दी की तौहीन नहीं है?
अलापुर थाना में तैनात महिला कांस्टेबल का उसके पति द्वारा बुरी तरह से पीटने के 2 वीडियो वायरल हो रहे हैं. महिला सिपाही कोरोना अस्पताल एल वन सेंटर, आसरा आवास से ड्यूटी करके अलापुर थाने लौट रही थी. उसका पति रास्ते मे मिल गया. किसी बात को लेकर दोनो में विवाद हो गया और फिर पति मारपीट पर उतारू हो गया. इसके दो वीडियो वायरल हुए हैं.
पहले वीडियो में सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के नेकपुर का है, इसमें बीच सड़क पर महिला पुलिस कांस्टेबल को उसका पति मारपीट रहा है. वह अपने को बचाने की कोशिश कर रही है लेकिन पति पीटे जा रहा है. इसके बाद थाना अलापुर के इस्लामगंज गांव के पास रोड किनारे का दूसरा वीडियो है. महिला सिपाही को जब पति नेकपुर में हुए विवाद के बाद आगे पहुंचा तो फिर से सड़क पर बाइक पिटाई करते हुए दिखा, जिसका दूसरा वीडियो वायरल हुआ है. महिला सिपाही को लोग बचा रहे हैं. जब पति को लोगों ने घेर लिया, तब वो शांत हुआ और फिर पुलिस आ गई.
पूरे मामले पर एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान का कहना है कि एक महिला आरक्षी है, जिसकी उसके पति द्वारा पिटाई कर दी गई थी. महिला आरक्षी की तहरीर पर उसके पति के खिलाफ उचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत करवा दिया गया है. पूरे मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.