दिल्ली: क्राइम ब्रांच पुलिस ने हनीट्रैप मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। कथित तौर पर हनीट्रैप का शिकार बने एक व्यक्ति की अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की धमकी देने और एक करोड़ रुपये मांगने का आरोप है। क्राइम ब्रांच पुलिस के मुताबिक इस गिरोह से जुड़े अन्य पीड़ितों की पहचान के लिए मामले की जांच कर रहे है।
अधिकारियों ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने छापेमारी कर एक आरोपी को दबोचा है। गिरफ्तार युवक की पहचान हरियाणा के गुरुग्राम निवासी राजकिशोर के रूप में की गई है। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने पूछताछ के दौरान जबरन वसूली के इस मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने साथियों के नाम का भी खुलासा किया है।
क्राइम ब्रांच ने एक बयान में कहा कि उन्हें कथित रूप से 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगे जाने के संबंध में एक शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा था कि पिछले कुछ दिनों से एक अज्ञात व्यक्ति फोन कर सोशल मीडिया पर किसी महिला के साथ उसकी न्यूड मॉर्फ्ड तस्वीरें पोस्ट करने की धमकी देकर उससे एक करोड़ रुपयों की मांग कर रहा था।
शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 387 और 507 के तहत एक एफआईआर दर्ज कर इस मामले जांच शुरू की गई।तलाशी के दौरान, पुलिस ने स्पाई कैमरा से लैस दो हैंडबैग, मेमोरी कार्ड, यूएसबी पेन ड्राइव, पीड़ितों के वीडियो/तस्वीरों वाले लैपटॉप, कुछ मोबाइल फोन जब्त किए, जिनका इस्तेमाल पीड़ितों से जबरन वसूली के लिए किया गया था। पुलिस की पूछताछ में आरोपी राजकिशोर ने अपने दो साथियों जिनमें गुरुग्राम निवासी एक महिला और छतरपुर निवासी उसके एक अन्य दोस्त आर्यन दीक्षित के बारे में पुलिस को बताया।
पुलिस के मुताबिक, महिला ‘टिंडर’ ऐप की मदद से अपने शिकार को फंसात थी और फिर उनसे मुलाकात के दौरान कमरे में रखे अपने स्पाई कैमरे वाले बैग की मदद से उनके अंतरंग वीडियो/तस्वीरें कैद कर लेती थी। कुछ दिन बाद पीड़ितों को आरोपियों का फोन आता जो बदनामी का डर दिखाकर उनके अंतरंग वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर पीड़ितों से रुपये मांगते थे।