नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र बाबा बर्फानी की गुफा के पास फिर से बाढ़ आई है। मंगलवार को तेज बारिश के कारण गुफा के आसपास मौजूद जलाशयों का जलस्तर बढ़ गया। ऐसे में खतरे को देखते हुए सैकड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि अमरनाथ यात्रा कर रहे 4000 से अधिक श्रद्धालुओं को बाढ़ और खराब मौसम के खतरे को देखते हुए सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। जानकारी दी गई है कि इलाके में रुक-रुककर तेज बारिश हो रही है।
वहीं इस पूरी घटना पर इंडो तिब्बतन पुलिस फोर्स (आईटीबीपी) ने बयान जारी किया है। उसकी ओर से कहा गया है कि पवित्र अमरनाथ गुफा के पास से बाढ़ के खतरे को देखते हुए 4000 से अधिक श्रद्धालुओं को पंचतरणी में सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। आईटीबीपी के अनुसार अब मौसम साफ होने के कारण बाढ़ जैसा कोई खतरा नहीं है। इलाके में हालात अब पूरी तरह से सामान्य हैं।
बता दें कि 8 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र बाबा बर्फानी की गुफा के पास बादल फट गया था। इस हादसे के बाद इलाके में तेज सैलाब आया था। इस घटना में करीब 15 लोगों की मौत की पुष्टि की गई थी। साथ ही 40 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे थे। इस हादसे के तुरंत बाद यात्रा को रोककर इलाके में बचाव अभियान चलाया गया था। हालांकि जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि किसी भी राज्य से बाद में किसी व्यक्ति के लापता होने की कोइ जानकारी सामने नहीं आई थी।
जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 2,100 से अधिक तीर्थ यात्रियों का एक नया जत्था मंगलवार को दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि अमरनाथ यात्रियों का 26वां जत्था मंगलवार को सुबह सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच 73 वाहनों के काफिले से पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ। उन्होंने बताया कि 26वें जत्थे में कुल 2,189 तीर्थ यात्री शामिल हैं, जो इस साल अमरनाथ यात्रा पर आए किसी भी जत्थे के मुकाबले सबसे कम हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, बालटाल जा रहे 815 तीर्थ यात्रियों ने 23 वाहनों में सवार होकर सबसे पहले जम्मू स्थित आधार शिविर छोड़ा। इसके बाद 1,374 तीर्थ यात्रियों वाला 49 वाहनों का दूसरा काफिला पहलगाम के लिए रवाना हुआ।