नई दिल्ली.. ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता हैं’… वाले बयान से जुड़े मानहानि केस में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने दोषी करार दिया हैं। उन पर पिछले 4 साल से मानहानि का मामला चल रहा था। इससे पहले कोर्ट ने 17 मार्च को इस मामले में सभी दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। राहुल फैसला सुनाने के वक्त कोर्ट में मौजूद हैं।
राहुल सुबह दिल्ली से सूरत पहुंचे। उनकी सुरक्षा में 150 जवान तैनात किए गए हैं। कोर्ट के बाहर भी सुरक्षा सख्त की गई। शहर कांग्रेस के अनुसार 200 से ज्यादा कार्यकर्ता राहुल गांधी का स्वागत करेंगे। हर वार्ड के पदाधिकारियों को भी इसमें मौजूद रहना अनिवार्य हैं। यदि राहुल गांधी के खिलाफ फैसला आया तो विरोध प्रदर्शन करेंगे। पक्ष में फैसला आया तो पटाखे फोड़े जाएंगे।
पहले जानिए क्या हैं मामला
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल ने अपने भाषण में कहा था कि चोरों का सरनेम मोदी है। सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी हो चाहे नरेंद्र मोदी। इस केस की सुनवाई के दौरान राहुल गांधी तीन बार कोर्ट में पेश हुए थे। आखिरी बार अक्टूबर 2021 की पेश के दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था।
यह केस सूरत पश्चिम के विधायक पूर्णेश मोदी ने दर्ज किया था। पूर्णेश का कहना था कि राहुल गांधी ने हमारे समाज को चोर कहा था। चुनावी सभा में हमारे खिलाफ आरोप लगाए गए, जिससे हमारी और समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची। इसी के चलते हम इस मामले को कोर्ट में लेकर आए। हम आखिरी सांस तक लड़ेंगे। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा हैं।
हालांकि, राहुल गांधी के वकील ने दलील दी थी कि पूर्णेश मोदी को इस मामले में पीड़ित पक्ष के रूप में शिकायतकर्ता नहीं होना चाहिए था। क्योंकि, राहुल गांधी के अधिकांश भाषणों में प्रधानमंत्री को निशाना बनाया गया था, न कि पूर्णेश मोदी को।
राहुल पर फैसले की ऐसी है सूरत में तैयारी
सूरत कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के पक्ष में फैसला आने पर पटाखे फोड़ने की तैयारी की हैं। इस दौरान अमित चावड़ा और कांग्रेस प्रदेश प्रमुख जगदीश ठाकुर ने कहा हैं कि, यदि राहुल गांधी के खिलाफ फैसला आया तो विरोध प्रदर्शन करेंगे। पक्ष में फैसला आया तो पटाखे फोड़े जाएंगे।
उधर, कांग्रेस के शहर उप प्रमुख हरीश सूर्यवंशी ने बताया कि सभी कार्यकर्ताओं को तैयार रहने को कहा गया हैं। राहुल गांधी के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं वे सब झूठे हैं। हम सब उनके साथ हैं। यदि उनके विरोध में निर्णय आता हैं। तो नेता और कार्यकर्ता उग्र आंदोलन के लिए तैयार रहेंगे।
गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने कहा कि, राहुल गांधी को पहले भी इस तरह से प्रताड़ित किया गया था। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है, इसलिए उन्होंने अभी तक कार्यकर्ताओं से मिलने का कोई औपचारिक कार्यक्रम तय नहीं किया हैं।