कोरोना के सबसे घातक वैरिएंट डेल्टा प्लस ने पूर्वी यूपी में दस्तक दे दी है। गोरखपुर और देवरिया के दो मरीजों में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इसमें से एक की मौत हो चुकी है। इस वैरिएंट का पता जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए चला है। रिपोर्ट मिलने के बाद हड़कंप मच गया है।
दूसरी लहर में डेल्टा प्लस, डेल्टा और कप्पा वैरिएंट ने जमकर तबाही मचाई थी। 30 मरीजों के नमूनों की जीनोम सीक्वेसिंग जांच में इसका खुलासा हुआ है। इनमें 27 में डेल्टा, दो में डेल्टा प्लस और एक मरीज में कप्पा वैरिएंट का नया स्वरूप मिला है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयोलॉजी की टीम ने इन मरीजों के नमूने अप्रैल और मई माह में लेकर जीनोम सीक्वेसिंग के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव (आईजीआईबी) दिल्ली भेजा था। बुधवार को दिल्ली के संस्थान से रिपोर्ट बीआरडी के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग को मिली।
कोरोना की पहली पहली से दो गुना घातक दूसरी लहर रही। पहली लहर में करीब 20 हजार संक्रमित मिले। वहीं दूसरी लहर में करीब 36 हजार संक्रमित मिले। दूसरी लहर में कोरोना ने जमकर तबाही मचाई थी। सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड तक नहीं मिल रहे थे। संक्रमण की दर इतनी तेज थी कि अप्रैल और मई माह में औसतन 1000 के आसपास मरीज प्रतिदिन मिल रहे थे। लेकिन इन सबके बीच वायरस के नए स्वरूप की जानकारी नहीं मिल पा रही थी। जबकि पूरी दुनिया में नए वैरिएंट डेल्टा प्लस की चर्चा जोरों पर थी।
जिले में संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया। कोरोना के वैरिएंट की पहचान के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की टीम ने अप्रैल और मई माह में 15-15 मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग जांच के लिए आईजीआईबी दिल्ली भेजा था। बुधवार को आई जीनोम सीक्वेसिंग की रिपोर्ट में दो मरीजों में डेल्टा प्लस, 27 में डेल्टा और एक मरीज में कप्पा वैरिएंट मिला है। यूके और यूएसए में कप्पा वैरिएंट ने कहर बरपाया था। बताया जाता है प्रदेश में डेल्टा प्लस और कप्पा वैरिएंट का यह पहला मामला है। अब तक प्रदेश में केवल डेल्टा के मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई थी। इस रिपोर्ट के बाद गोरखपुर से लेकर लखनऊ तक में हड़कंप मच गया है।
डेल्टा प्लस के एक मरीज की हो चुकी है मौत
डेल्टा प्लस के दो मरीजों एक मरीज की कोरोना संक्रमण के दौरान मौत हो चुकी है। मरीज देवरिया का रहने वाला था। उसकी उम्र 66 साल थी। वह 17 मई को पॉजिटिव हुआ था। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गंभीर हाल में परिजनों ने मई माह में ही भर्ती कराया था। जून माह में उसकी मौत हो गई थी। मौत से पहले माइक्रोबॉयोलॉजी की टीम ने मरीज का नमूना लेकर जांच के लिए भेज दिया था।
डेल्टा प्लस की दूसरी संक्रमित एमबीबीएस की छात्रा है। उसकी उम्र 23 साल है। वह बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करती है। मूलत: लखनऊ की रहने वाली है। वह 26 मई को पॉजिटिव हुई थी। पॉजिटिव होने के बाद जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए उसका नमूना अप्रैल माह में लिया गया था। उसकी तबीयत अब ठीक है।
30 मरीजों के जीनोम सीक्वेसिंग की रिपोर्ट आईजीआईबी ने जारी किया है। इनमें 27 मरीजों में डेल्टा, दो मरीजों में डेल्टा प्लस और एक मरीज में डेल्टा के कप्पा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इन लोगों के सैंपल अप्रैल और मई माह में जांच के लिए भेजे गए थे।
• डॉ अमरेश सिंह, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबॉयोलॉजी