10 दिनों में 500 से ज्यादा लोगों के संपर्क में आए कोरोना पॉजिटिव मुख्यमंत्री… मंत्री, नेता समेत मंत्रालय के अफ़सर हैं शामिल..

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, लेकिन उनके साथ अब उन लोगों की टेंशन बढ़ गई है जो बीते 10 दिनों में सीएम के सीधे संपर्क में आए हैं। सीएम शिवराज से मिलने वालों में सरकार के मंत्री, मंत्रालय के अफसर और पार्टी के नेता समेत दल बदल कर बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेस नेता भी शामिल हैं। दरअसल, बीते 10 दिनों में मुख्यमंत्री ने उज्जैन, ग्वालियर और विदिशा का दौरा किया है। इस दौरान वह कई लोगों के संपर्क में आए हैं। साथ ही बीजेपी दफ्तर में कांग्रेस से दल बदल कर भाजपा में शामिल हुए विधायकों के भी सीधे संपर्क में मुख्यमंत्री रहे हैं। मुख्यमंत्री के साथ हेलीकॉप्टर में यात्रा करने वालों में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, संगठन मंत्री सुहास भगत, कैबिनेट मिनिस्टर मोहन यादव, भूपेंद्र सिंह और बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर शामिल रहे हैं.

17 जुलाई से 24 जुलाई तक की डिटेल्स

17 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा में गए थे। सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए थे। तब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा भी बैठक में हुए शामिल थे। इसी दिन फिर वे उज्जैन गए थे। महाकाल मंदिर के दर्शन किए थे। कैबिनेट मिनिस्टर मोहन यादव भी साथ में उज्जैन गए थे। वहीं, कलेक्टर कार्यालय में कोरोना के लेकर समीक्षा की थी।

20 जुलाई को ग्वालियर गए थे

शिवराज सिंह चौहान 20 जुलाई को ग्वालियर गए थे। वहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी। ग्वालियर से लौटकर उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की थी। कोरोना के लेकर भी समीक्षा बैठक की थी। साथ ही कलेक्टर पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी। सामान्य प्रशासन विभाग के अफसरों के साथ भी बैठक की थी।

21 जुलाई को सीएम लखनऊ गए थे 

सीएम 21 जुलाई को सीएम लखनऊ गए थे। राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हुए थे। सीएम के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और सुहास भगत भी थे।

22 जुलाई को मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक की थी 

सीएम चौहान ने 22 जुलाई को मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक की थी, जिसमें सरकार के सभी मंत्री मौजूद थे। इसी दिन मुख्यमंत्री ने आधा दर्जन मंत्रियों के साथ वन टू वन चर्चा की। जिसमें बृजेंद्र प्रताप सिंह, तुलसीराम सिलावट, मीना सिंह, कमल पटेल, एंदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत शामिल थे।

23 जुलाई को भी मंत्रियों के साथ वन टू वन चर्चा हुई

इस चर्चा में ओमप्रकाश सकलेचा, विश्वास सारंग, प्रभु राम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रदुम सिंह तोमर, उषा ठाकुर, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, इंदर सिंह परमार और बृजेंद्र सिंह यादव शामिल थे। इसी दिन बीजेपी दफ्तर में कांग्रेस विधायक नारायण पटेल की सदस्यता कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे।
कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा भी शामिल थे।

24 जुलाई को सरकार के मंत्रियों के साथ मुलाकात की 

24 जुलाई को सीएम ने कोरोना के लेकर समीक्षा बैठक की और सरकारी भूमि के प्रबंधन को लेकर राजस्व, नगरी प्रशासन विभाग के अफसरों के साथ चर्चा की। ऐसे में मुख्यमंत्री प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से करीब 500 लोगों के संपर्क में आए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने भी उनके स्वस्थ होने की कामना की है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री को लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी है। सज्जन सिंह वर्मा ने ट्वीट कर कहा है कि आप मंत्री अरविंद भदौरिया के साथ एक प्लेन में लखनऊ गए। जब आपको भदोरिया की कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला तब आपको तत्काल क्वॉरेंटाइन होना चाहिए था। इसके विपरीत आप सभी मंत्रियों को जोखिम में डालकर उनसे रूबरू होते रहे।

बहरहाल, अब उन लोगों की चिंता बढ़ गई है, जो किसी न किसी तरीके से मुख्यमंत्री के संपर्क में आए हैं। हालांकि मंत्रालय में हुई सभी बैठकों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ है। लेकिन बीजेपी दफ्तर में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पार्टी और दल बदल कर बीजेपी में शामिल हुए नेता और कार्यकर्ताओं के सीधे संपर्क में आए हैं।