नई दिल्ली. भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस पार्टी इसका दूसरा हिस्सा शुरू करने जा रही है। पिछली बार जहां यात्रा दक्षिण से उत्तर की ओर हुई थी तो इस बार यह पूर्व से शुरू होकर पश्चिम में समाप्त होगी। यात्रा 14 जनवरी से मणिपुर के थोबल से शुरू होकर महाराष्ट्र के मुंबई में मार्च महीने में समाप्त होनी है। इस दौरान यह देश के विभिन्न 15 राज्यों से होकर गुजरेगी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा पहले मणिपुर की राजधानी इंफाल से शुरू होनी थी लेकिन राज्य सरकार से अनुमति ना मिलने के बाद अब यह थोबुल से शुरू हो रही है।
मल्लिकार्जुन खरगे इस यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा ‘ शुरू करने से पहले राहुल गांधी थोबल में खोंगजोम युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। यह एक ऐतिहासिक स्मारक है, जिसका उद्घाटन 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया था। यात्रा के दौरान राहुल गांधी हर दिन दो सभाओं को संबोधित करेंगे। इसके अलावा, वह हर दिन समाज के विभिन्न वर्गों के 20 से 25 लोगों से मिलेंगे। वह सामाजिक संगठनों के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे।
कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में रविवार से मणिपुर से शुरू हो रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ चुनावी नहीं, बल्कि वैचारिक यात्रा है तथा यह मोदी सरकार के पिछले 10 साल के ‘अन्याय काल’ के खिलाफ निकाली जा रही है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यात्रा की शुरुआत से एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश के सामने एक ऐसी विचारधारा की चुनौती है जो ध्रुवीकरण, अमीरों को और अमीर बनाने तथा राजनीतिक तानाशाही में विश्वास करती है। रमेश ने कहा कि अगले 11 दिनों के दौरान यात्रा पूर्वोत्तर के पांच राज्यों से होकर गुजरेगी। 23 जनवरी को राहुल गांधी घोषणापत्र के सिलसिले में गुवाहाटी में लोगों से जनसंवाद करेंगे। कांग्रेस ने इस यात्रा के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अपने सहयोगी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है और उसे उम्मीद है कि विभिन्न राज्यों में इस गठबंधन से जुड़े दलों के प्रमुख नेता यात्रा का हिस्सा बनेंगे। रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के नेताओं को यात्रा में भाग लेने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया है।
67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’
लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी।‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान लगभग 6,700 किलोमीटर की दूरी तय की जायेगी। यात्रा ज्यादातर बस से होगी, लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सात सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली थी। उनकी 136 दिन की इस पदयात्रा में 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के 75 जिलों और 76 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 4,081 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी।
यह कोई चुनावी या राजनीतिक यात्रा नहीं- कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ कोई चुनावी यात्रा नहीं है, बल्कि देश के लिए न्याय की मांग करना है। हालांकि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से एक सप्ताह पहले आरंभ हो रही उसकी इस यात्रा को लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़ा विमर्श खड़ा करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाकर भावनात्मक मुद्दों का राजनीतिक दुरुपयोग कर रहे हैं।
इन राज्यों से होकर गुजरेगी यात्रा
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगी। इस यात्रा को आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने की संभावना है। कांग्रेस कार्य समिति की 21 दिसंबर को हुई बैठक में पार्टी नेताओं इस बात पर जोर दिया था कि राहुल गांधी को पूरब से पश्चिम तक दूसरे चरण की यात्रा करनी चाहिए। इसके बाद यात्रा की घोषणा की गई है।
अगर शर्तें नहीं मानी तो यात्रा की अनुमति होगी रद्द- मणिपुर सरकार
वहीं मणिपुर सरकार ने 14 जनवरी को थोबल जिले से कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू किये जाने से जुड़े कार्यक्रम पर पाबंदियां लगाते हुए कहा है कि यह कार्यक्रम एक घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए और इसमें भाग लेने वालों की अधिकतम संख्या 3,000 हो। थोबल उपायुक्त कार्यालय ने 11 जनवरी को अनुमति आदेश जारी किया था और इसे पार्टी ने यात्रा से एक दिन पहले शनिवार को संवाददाताओं से इसे साझा किया।
अनुमति आदेश में कहा गया है कि कार्यक्रम एक घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए क्योंकि आयोजन स्थल राष्ट्रीय राजमार्ग से लगा हुआ है तथा यातायात को वैकल्पिक मार्गों की ओर मोड़ना होगा। इसमें कहा गया है कि कार्यक्रम में भाग लेने वालों की अधिकतम संख्या 3,000 तक सीमित रहनी चाहिए। कांग्रेस ने आयोजन स्थल इम्फाल पैलेस ग्राउंड से बदलकर थोबल में एक निजी मैदान किया है। इससे पहले, भाजपा नीत एन बिरेन सिंह सरकार ने लोगों की संख्या 1,000 सीमित करते हुए इम्फाल के पैलेस ग्राउंड से यात्रा शुरू करने की सशर्त मंजूरी दी थी।