Budget 2023: राजस्थान विधानसभा में आज बजट पेश करने के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद विधानसभा में बात इतनी बिगड़ गई कि सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा। दरअसल सीएम गहलोत ने पुराना बजट पढ़ना शुरू कर दिया था, जिसके बाद वो विपक्ष के निशाने पर आ गए। बीजेपी ने इस घटनाक्रम को बजट लीक बताते हुए राजस्थान की सरकार पर निशाना साधा है। हालांकि बाद में स्पीकर के आदेश पर दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
8 मिनट तक सीएम पुराना बजट पढ़ते रहे: वसुंधरा
राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए वसुंधरा राजे ने ये भी कहा कि सूबे के इतिहास में यह पहली घटना है जिससे आज यह तय हो गया है कि यह राज है ना सुराज है यह तो सीधे सीधे कांग्रेस पार्टी का कुराज है। वहीं बीजेपी नेता सतीश पुनिया ने भी पुराने बजट भाषण को लेकर सीएम गहलोत की सरकार पर निशाना साधा है।
वसुंधरा राजे का बड़ा बयान
राजस्थान विधानसभा में पूर्व सीएम और वरिष्ठ बीजेपी नेता वसुंधरा राजे ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा राजस्थान में पहले पेपर लीक हुआ अब सदन में बजट भी लीक हो गया।
क्या था पूरा मामला?
राजस्थान विधानसभा के सदन में सीएम अशोक गहलोत अपने बजट भाषण के दौरान अचानक अटक गए. CM गहलोत ने सुबह 11 बजे बजट भाषण पढ़ना शुरू किया था। मनरेगा की 125 दिन शहरी रोजगार गारंटी योजना की जानकारी बजट में आते ही सदन में बैठे कई लोगों को इस गलती का ऐहसास हुआ कि सीएम ने पिछले बजट को पढ़ दिया है।
मंत्री महेश जोशी ने बताई गलती
मंत्री महेश जोशी ने सीएम के पास जाकर यह गलती बताई। इसके बाद सीएम ने माफी भी मांगी कि गलती हो जाती है, लेकिन गहलोत भी चौंक गए कि बजट के पेपर में पुराने बजट के कागज कैसे आ गए।
शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही
हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो स्पीकर ने गहलोत को बजट पेश करने के लिए कहा। इसके बाद गहलोत ने कहा, ‘एक पेज गलत आ गया था, वो गलत पढ़ लिया। इसमें बजट लीक की बात कहां से आ गई। बजट की कॉपी सब में डिस्ट्रीब्यूट होगी। जनता बजट का इंतजार कर रही है ऐसे में विपक्ष की हरकते देख कर लोग बीजेपी वालों को माफ नहीं करेंगे।’
किस पर गिरेजी गाज?
अब माना जा रहा है कि बजट को लेकर किसी न किसी अधिकारी पर गाज गिराई जा सकती है। गलती कहां और कैसे हुई है, इसकी जांच की जा रही है। वहीं बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी ट्वीट करके सीएम गहलोत के बजट भाषण पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, ‘राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, जिनके पास वित्त विभाग भी है, इस साल का बजट पेश करते हुए एक पुराना पढ़ना शुरू करते हैं। मुख्य सचेतक को आगे आना पड़ा और उसे रोकना पड़ा। यह जितना शर्मनाक है, यह भी दिखाता है कि शासन के मामलों में कांग्रेस कितनी संवेदनहीन पार्टी है।’