चेन्नई। तमिलनाडु में सत्ताधारी दल डीएमके ने शनिवार को तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई से मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की। साथ ही कथित रूप से उन्हें झूठा बताने के लिए नुकसान के तौर पर मुख्यमंत्री राहत कोष को ₹ 100 करोड़ का भुगतान करने की भी मांग की है। डीएमके ने कहा कि सीएम स्टालिन के खिलाफ की गई टिप्पणी निंदनीय है।
डीएमके ने वरिष्ठ अधिवक्ता पी विल्सन के माध्यम से उन्हें दिए गए कानूनी नोटिस का पालन करने में विफल रहने पर अन्नामलाई के खिलाफ मुकदमा चलाने की चुनौती दी है। नोटिस की एक कॉपी मीडिया को उपलब्ध कराई गई। जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से “डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के खिलाफ अपमानजनक बयान देने से रोकने के लिए कहा गया है।
इस नोटिस में डीएमके नेता आरएस भारथी ने दावा किया कि पूर्व आईपीएस अधिकारी जो बीजेपी के तमिलनाडु इकाई के प्रमुख हैं। उन्होंने दुबई एक्सपो 2022 में भाग लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात की अपनी वर्तमान यात्रा के संबंध में मुख्यमंत्री के खिलाफ कई निंदनीय, दुर्भावनापूर्ण और झूठे आरोप लगाए थे।
भारती ने कहा कि अन्नामलाई डीएमके अध्यक्ष, पार्टी के अन्य नेताओं और सदस्यों की प्रतिष्ठा को बदनाम और धूमिल करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि बीजेपी तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में अपनी छाप छोड़ने में नाकामयाब रही। वहीं, तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने कहा कि वह अदालत में डीएमके की सभी धमकियों का सामना करेंगे। क्योंकि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने ट्विटर करते हुए कहा कि, “मुझे बताया गया कि डीएमके ने मुझ पर 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस जारी किया है। डीएमके का परिवार मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति को उनके जैसे दुबई वाले परिवार के बराबर मानता है। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है मैं उनकी धमकियों का सामना कोर्ट में करूंगा, मेरी लड़ाई तमिलनाडु के लिए है।”