पंजाब. कोरोना वायरस से संक्रमित एसीपी की मौत हो गई है. एसीपी का एसपीएस अस्पताल में इलाज चल रहा था. सिविल सर्जन ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी है. वे कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थे और हालत नाजुक थी. एसीपी को आज प्लाजमा भी चढ़ाया जाना था. हालांकि प्लाज्मा चढ़ाया गया या नहीं, इस बारे में सिविल सर्जन ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.
52 वर्षीय एसीपी को 8 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इनकी छाती का एक्सरे हुआ तो इंफेक्शन पाई गई थी. जिसके बाद उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए. लेकिन हालात लगातार बिगड़ती देख अस्पताल की तरफ से दूसरा टेस्ट करवाया गया. 13 अप्रैल को उनकी दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. इसके बाद उनकी हालात लगातार बिगड़ती गई.
कोरोना वायरस से पॉजिटिव एसीपी मूल रूप से खन्ना के रहने वाले थे. लुधियाना में पोस्टिंग के बाद करीब पांच महीने से वह अपनी पत्नी और छोटे बेटे के साथ वहां ही शिफ्ट कर गए थे. एसीपी का बड़ा बेटा कनाडा में रहता है.
कोरोना की दस्तक के बाद शहर में पहली बार शुक्रवार को एक के बाद एक पांच पॉजिटिव केस मिले. ये सभी एसपीएस अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव एसीपी नॉर्थ के संपर्क में आए लोग ही हैं. पहले आई रिपोर्ट में उनकी पत्नी, फिरोजपुर निवासी गनमैन ड्राइवर, बस्ती जोधेवाल थाने की एसएचओ और जिला मंडी ऑफिसर पॉजिटिव पाई गईं. वहीं देर रात आई रिपोर्ट में महिला एसएचओ का एएसआइ ड्राइवर भी पॉजिटिव पाया गया. इन सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कर दिया गया है.
इतने नए मामले आने से सेहत विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह हिल गया है. ये चारों मामले एसीपी के संपर्क में आए लोगों की चेन का ही नतीजा है. अब अधिकारियों को इस बात की चिंता सता रही है कि एसीपी व पायल के कानूनगो के संपर्क में रहे और लोग भी कहीं कोरोना संक्रमित न आ जाएं.
अधिकारियों को यह भी डर है कि कहीं मंडी में ही तो कोरोना वायरस का कोई सोर्स तो नहीं है. सिविल सर्जन ने कहा कि सेहत विभाग की टीम सभी पॉजिटिव मरीजों की हिस्ट्री और लिंक खंगाल रही है. लुधियाना जिले में अब तक कोरोना वायरस के 16 मामले सामने आ चुके हैं. तीन अन्य मामले जालंधर, बरनाला और फिरोजपुर जिले में ही गिने जाएंगे क्योंकि वे वहीं के रहने वाले हैं.