कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रमेश कुमार ने गुरुवार को विधानसभा में बलात्कार पर एक और अभद्र टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया है। बेंगलुरु से लगभग 505 किलोमीटर दूर बेलगावी में चल रहे शीतकालीन सत्र में बोलते हुए विधानसभा अध्यक्ष से रमेश कुमार ने कहा कि आपकी स्थिति उस कहावत की तरह है कि रेप को रोक नहीं सकते तो लेटकर उसका आनंद लीजिए।
रमेस कुमार के लिए ऐसा पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस तरह की टिप्पणी की है। दो साल पहले भी बलात्कार के मुद्दे पर वो इस तरह की टिप्पणी कर चुके हैं। दरअसल, गुरुवार को कांग्रेस के नेता राज्य में बारिश से हुए नुकसान पर बोलने के लिए समय मांग रहे थे लेकिन, स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी उसको टालने की कोशिश कर रहे थे। स्पीकर ने विधायकों से कहा कि जैसा चल रहा है चलने दें और स्तिति का आनंद लें। मैं व्यवस्था को कंट्रोल नहीं कर सकता।
अध्यक्ष की ओर से इतना कहने पर कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने उनको जवाब देते हुए कहा कि ‘एक कहावत है कि जब दुष्कर्म अपरिहार्य हो तो लेट जाओ और इसका आनंद लो। आप ठीक इसी स्थिति में हैं।’ हैरानी की बात तो यह रही कि रमेश कुमार की इस अभद्र टिप्पणी पर स्पीकर और सदन में मौजूद कुछ अन्य नेता हंसते हुए नजर आए। कुमार ने इससे पहले 2018-19 में भी इस तरह की टिप्पणी की थी तब वो खुद विधानसभा स्पीकर थे।
तब फरवरी 2019 में रमेश कुमार ने कहा था ‘मेरी हालत रेप पीड़िता जैसी हो गई है। बलात्कार सिर्फ एक बार हुआ था। अगर आपने इसे वहीं छोड़ दिया होता, तो यह बीत जाता। जब आप शिकायत करते हैं कि बलात्कार हुआ है, तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। उनके वकील या अन्य जैसे ईश्वरप्पा (तब के विधायक और अब बीजेपी के मंत्री) जांच करते हैं कि यह कैसे, कब और कितनी बार हुआ।’ उन्होंने आगे कहा था कि मुकदमे के अंत में, पीड़िता कहेगी कि वास्तव में सिर्फ एक बार बलात्कार किया गया था, लेकिन जिरह के दौरान अदालत में कई बार। मेरी स्थिति भी कुछ ऐसी ही हो गई है।