बेंगलुरु। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान के निधन से भारतीय क्रिकेट और खेल प्रेमी अभी सही से उबर भी नहीं पाए थे कि चार दिन के भीतर उन्हें एक और झटका लग गया। रविवार को चेतन चौहान का निधन हो गया था और अब बुधवार को पूर्व क्रिकेटर गोपालस्वामी कस्तूरीरंजन भी इस दुनिया को छोड़ गए। कस्तूरीरंजन का बुधवार को यहां उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के कोषाध्यक्ष और प्रवक्ता विनय मृत्युंजय ने पीटीआई को बताया कि जी कस्तूरीरंजन का बुधवार की सुबह निधन हो गया। चामराजापेट में अपने निवास पर दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ। कस्तूरीरंजन 89 वर्ष के थे और वह पूर्व क्रिकेटर, प्रशासक और बीसीसीआई के क्यूरेटर रहे।
मैसूर की तरफ से खेले कस्तूरीरंजन
क्रिकेट जगत से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उन्होंने दाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में रणजी ट्रॉफी में ज्यादातर मैच 1948 से 1963 के बीच मैसूर की ओर से खेले। उन्होंने 36 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें उन्होंने 94 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 42 रन पर 6 विकेट का था। उनके निधन पर शोक जताते हुए पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने ट्वीट किया कि जी कस्तूरीरंजन के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। क्रिकेट में योगदान के लिए उन्हें याद रखा जाएगा। उनके परिवार के प्रति दिल से संवेदनाएं।
केएससीए ने शोक संदेश में कहा कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष, सचिव और प्रबंध समिति के सदस्य पूर्व रणजी खिलाड़ी, केएससीए के पूर्व उपाध्यक्ष और बीसीसीआई के पूर्व क्यूरेटर जी कस्तूरीरंजन के निधन पर शोक जताते हैं।