पासवान ने आगे कहा,’ हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र में सकारात्मक कदम उठाए जाएं। यदि एक प्राइवेट कंपनी सरकार से फंड लेती हैं तो उन्हें एससी/एसटी को आरक्षण को देना चाहिए। पहले भी हमारी यही राय थी और अब भी यही मांग है।’ उन्होंने कहा कि क्लास 3 और 4 की नौकरियों को आरक्षित रखना चाहिए जिससे कि पिछड़ों को मदद मिल सकें। पासवान का बयान ऐसे समय में आया है कि आरएसएस आरक्षण की रिव्यू की मांग कर रहा है। पिछले दिनों आरएसएस की ओर से बयान आया था कि जिन लोगों को आरक्षण मिल चुका है उनका रिव्यू होना चाहिए।
बिहार में जाति प्रथा पर सवाल उठाते हुए पासवान ने कहा,’ बिहार एक अजूबा प्रदेश है। सभी राज्यों में जाति प्रथा है लेकिन वहां पर विकास सर्वोच्च प्राथमिकता है। लेकिन बिहार में जाति सबसे ऊपर और बाकी सब नीचे हैं। इसी जाति की ताकत के बूते वर्तमान सरकार शासन कर रही है।