जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सेना की गोपनीय यूनिट (टेक्निकल सपोर्ट डिवीजन) पर सैन्य मुख्यालय की जांच रिपोर्ट ने सियासी युद्ध छेड़ दिया है। अपने कार्यकाल में बनी यूनिट पर जम्मू-कश्मीर सरकार अस्थिर करने की साजिश जैसे विस्फोटक आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे सेवानिवृत्त जनरल वीके सिंह ने आक्रामक बचाव करते हुए आरोप को कोरी बकवास करार दिया है। पूर्व सेनाध्यक्ष के खिलाफ जांच को नरेंद्र मोदी की रैली में उनकी मौजूदगी का राजनीतिक बदला बताने में जुटी भाजपा केंद्र सरकार पर सियासत के आरोप लगा रही है। वहीं राजनीति के मैदान में उतर चुके जनरल के साथ कांग्रेस भी अब वर्दी की मुरव्वत बरतने के मूड में नहीं है।
सेना की जांच रिपोर्ट पर नुकसान की भरपाई के लिए सरकार में भी मोर्चाबंदी शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) शिवशंकर मेनन ने शीर्ष खुफिया अधिकारियों और सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े अफसरों के साथ बैठक की। बताया जाता है कि इसमें गोपनीय रिपोर्ट मीडिया में लीक होने के बाद स्थिति से निपटने के मुद्दे पर चर्चा हुई। बताया जाता है कि सरकार में शीर्ष राजनीतिक स्तर पर भी सेना की जांच रिपोर्ट को लेकर हो रही सियासत पर बात हुई। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के भीतर इस बात के सुर उठ रहे हैं कि राजनीतिक चोला पहन चुके पूर्व सेना प्रमुख के साथ अधिक मुरव्वत का भी संदेश गलत होगा। वैसे भी सरकार ने मामले में सीबीआइ जांच कराने के विकल्प खुले रखे हैं। रक्षा मंत्रालय आधिकारिक बयान में कह चुका है कि सेना की रिपोर्ट के अध्ययन के बाद कोई फैसला लिया जाएगा।
बचाव में वीके सिंह
सेना मुख्यालय की जांच रिपोर्ट को पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह भी सियासी बदले की कार्रवाई बताने में कसर नहीं छोड़ रहे। बचाव की पेशबंदी में सिंह ने जांच रिपोर्ट को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए हुए कहा कि इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें भाजपा नेता नरेंद्र मोदी के साथ उनका मंच साझा करना भी शामिल है। उन्होंने रिपोर्ट के लीक होने में मंत्रालय में संयुक्त सचिव रहे एक अधिकारी की भूमिका की ओर इशारा किया। विवादास्पद यूनिट के गठन का बचाव करते हुए वीके सिंह ने कहा कि मुंबई आतंकी हमले के बाद की रणनीति के तहत इसका गठन किया गया था। इसमें रक्षा मंत्रालय को सीमा व आंतरिक सुरक्षा को लेकर मिले ऑपरेशनरल निर्देश भी शामिल हैं। सिंह के कार्यकाल में बने टेक्निकल सपोर्ट डिविजन पर अनधिकृत तरीके से सीमा पार व देश के भीतर कई ऑपरेशन चलाने की बात जांच रिपोर्ट में कही गई है। पूर्व सेना प्रमुख ने रिपोर्ट में जम्मू-कश्मीर सरकार को अस्थिर करने के लिए धन के दुरुपयोग के आरोपों को हास्यास्पद करार दिया।
भाजपा बनाम कांग्रेस
मामले को भुनाने में लगी भाजपा सरकार पर हमले का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर कह चुके हैं कि पूर्व सेनाध्यक्ष को निशाना बनाया जा रहा है। भाजपा के तेवर देख कांग्रेस भी अब विपक्षी पाले में खड़े जनरल के साथ मुरव्वत के मूड में नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको सेना की जांच रिपोर्ट में लगे आरोपों पर पूछे गए सवालों पर कह चुके हैं कि इस तरह की चीजें बर्दाश्त नहीं की जा सकती। सरकार को इसपर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।