कोलकाता
राज्य में राजनीतिक संघर्ष रूकने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 24 घंटे के दौरान राज्य के मुर्शिदाबाद और बीरभूम जिले में विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं के साथ तृणमूल समर्थकों की भिडंत में कई जने घायल हो गए। दोनों ही घटनाओं में विपक्षी पार्टियों ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर हमले का आरोप लगाया है।
बहरमपुर में लगाई धारा 144
मुर्शिदाबाद के बहरमपुर थानान्तर्गत उत्तरपाड़ा मोड़ इलाके में पार्टी कार्यालय पर कब्जे को लेकर शनिवार को कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार संघर्ष हुआ। पुलिस के सामने ही दोनों पक्ष एक-दूसरे से भिड़ गए। संघर्ष में एक पुलिसकर्मी (जिला परिषद की सभाधिपति के बॉडीगार्ड) सहित दोनों पक्षों के छह लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद से ही इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इलाके में 144 धारा लागू कर दी गई है। पुलिस निगरानी बढ़ा दी गई है। जिला पुलिस उप अधीक्षक सौम्यजीत बरूआ ने बताया कि संघर्ष राजनीतिक पार्टी के कार्यालय पर कब्जे को लेकर हुआ। इलाके में रैफ की तैनाती की गई है।
पार्टी कार्यालय पर कब्जे से शुरू हुआ विवाद
एक महीने पहले मन्नान हुसैन के कांग्रेस से तृणमूल के खेमे में आने के बाद से बहरमपुर इलाके में दोनों पार्टियों के बीच तनातनी चल रही है। आरोप है कि शुक्रवार रात उत्तरपाड़ा स्थित कांग्रेस पार्टी कार्यालय में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कब्जे की कोशिश की। कार्यालय में अपने झंडे व ताले लगा दिए। रात में ही कांग्रेस ने कार्यालय से तृणमूल के झंडे व ताले हटा दिए।
सुबह तृणमूल समर्थकों ने इलाके में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया। आरोप है कि घटनास्थल पर मौजूद पुलिस के आला अधिकारी मूकदर्शक बने रहे। इसी दौरान जिला परिषद के सभाधिपति व कांग्रेस नेता शिलादित्य हलधर के बॉडीगार्ड स्वागत मंडल पर किसी ने हमला कर दिया। हमले में मंडल के सिर में गंभीर चोट आई है। इधर स्थिति हाथ से निकलता देख घटनास्थल पर विशाल पुलिस वाहिनी पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया गया।
रणक्षेत्र बना पारूई
कोलकाता. इलाका दखल को लेकर हाल ही में हुई हिंसा को लेकर सुर्खियों में आया पारूई शनिवार को एक बार फिर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भिड़न्त के बाद रणक्षेत्र बन गया। गांव पर कब्जे को लेकर हुए संघर्ष में दोनों तरफ के आधा दर्जज लोगों के घायल होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह पारूई इलाके के शिरसिटा गांव में भाजपा व तृणमूल कांग्रेस के समर्थक एक-दूसरे से भिड़ गए।
देखते ही देखते इलाका रणक्षेत्र में बदल गया। दोनों तरफ से जबरदस्त बमबाजी हुई। घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए हवाई फायरिंग की। स्थिति आंशिक रूप से नियंत्रण में आने के बावजूद शाम तक इलाके में तनाव व्याप्त है। ग्रामीणों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। उनका आरोप है कि संघर्ष रोकने के लिए देर से प्रयास किए गए। – See more at: http://www.patrika.com/news/sharp-political-conflict-in-the-state/1048140#sthash.rtIzPFnO.dpuf