अमेरिका ने एक बार फिर भारत की पीठ में छुरा घोंपा है. अमेरिकी संसद ने पाकिस्तान को 80 करोड़ डॉलर यानी 5300 करोड़ रुपये का फंड जारी करने के लिए नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन बिल के ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी है.
यह फंड पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ाई करने के नाम पर दिया गया है. इसमें से 30 करोड़ डॉलर अकेले हक्कानी नेटवर्क के खात्मे के लिए जारी किए गए हैं. पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ में इस बात की पुष्टि की गई है.
अमेरिकी संसद का यह फैसला भारत को स्पेशल स्टेटस देने वाले बिल को पास न करने के ठीक एक दिन बाद आया है. अमेरिका अभी तक पाकिस्तान और अफगानिस्तान को ‘कोलेशन सपोर्ट फंड (CSF)’ के तहत आतंकवाद से लड़ने के लिए फंड देता था. अब नया मकैनिज्म इसकी जगह लेगा.
साल 2013 से अभी तक CSF के तहत अमेरिका ने पाकिस्तान को 3.1 अरब डॉलर की सहायता दी है. लेकिन इस फंड की अवधि इस साल अक्टूबर में खत्म हो रही है. नए बिल में अफगानिस्तान को भी अलग कर दिया गया है.
भारत को इसलिए नहीं मिल सका स्पेशल स्टेटस
इससे पहले बुधवार को अमेरिकी संसद में भारत और अमेरिका को वैश्विक रणनीतिकार और रक्षा साथी बनाने के लिए लाया गया संशोधन बिल पास नहीं हो सका था. इसकी वजह से भारत अमेरिका के लिए ‘स्पेशल’ देश नहीं बन सका. ओबामा की विरोधी पार्टी रिपब्लिकन के सीनेटर जॉन मैकिन ने नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट में यह संशोधन प्रस्ताव दिया था. अगर यह संशोधन हो जाता तो भारत को अमेरिका का वैश्विक साथी और रक्षा साथी माना जाता..