कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नसबंदी ऑपरेशन के बाद हुई मौतों के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार पर ‘लीपापोती’ का आरोप लगाया है.
राहुल ने बिलासपुर में पीड़ितों से मुलाक़ात की और कहा कि इस हादसे में भ्रष्टाचार की ‘भूमिका’ रही है.
राहुल ने कहा, “सच्चाई यह है कि यह केवल लापरवाही का मामला नहीं है. इसमें भ्रष्टाचार की भूमिका है और इसमें नकली दवाओं की भूमिका है.”
राज्य सरकार मामले की न्यायिक जाँच का आदेश दे चुकी है. सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिता झा को जांच का जिम्मा सौंपा गया है, जो तीन महीने में जांच रिपोर्ट पेश करेंगी.
ऑपरेशनों में लापरवाही बरतने के आरोप में एक डॉक्टर को गिरफ़्तार कर उन्हें बर्ख़ास्त कर दिया गया है.
ये ऑपरेशन राज्य में चल रहे सरकारी नसबंदी अभियान के दौरान किए गए थे, जो देश की आबादी को नियंत्रित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है.
‘ज़िम्मेदार कौन’
गांवों और अस्पताल में पीड़ितों से मुलाक़ात के बाद राहुल गांधी ने रमन सिंह सरकार पर इस त्रासदी की “ज़िम्मेदारी न लेने” के आरोप लगाए और पूरे मामले की जांच की मांग उठाई.
बिलासपुर में सरकारी कैंपों में हुए नसबंदी ऑपरेशनों के बाद अब तक 18 महिलाओं की मौत हो चुकी है और क़रीब 100 महिलाएं अस्पताल में भर्ती हैं.
राहुल ने कहा, “कैंप को ठीक से नहीं चलाया गया और कई लोगों को नुक़सान पहुंचा. राज्य सरकार ज़िम्मेदारी नहीं ले रही है और इसके बजाय दवाएं जलाई जा रही हैं और मामले को दबाने की कोशिशें हो रही हैं.”
उनका कहना था, “पहली बात, यह पता लगाया जाए कि हुआ क्या था. ज़रूर कुछ ग़लत था. सरकार और स्वास्थ्य मंत्री ज़िम्मेदार हैं. मुझे बहुत दुख है. जब एक मां को कष्ट होता है, तो पूरा परिवार मुश्किल में आ जाता है.”