नई दिल्ली
दिल्ली मे सरकार गठन के मुद्दे पर शनिवार को आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सरकार गठन से इनकार तो नहीं किया, लेकिन सरकार बनाने के लिए कुछ शर्ते रखीं। कांग्रेस और भाजपा के कुछ नेताओं ने इन पर आपत्ति जताई। हांलाकि 18 दिसंबर तक सरकार न बनने पर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगना तय है।
उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद केजरीवाल बोले,‘हमने उपराज्यपाल को एक पत्र सौंपा हैं। ऐसा ही पत्र भाजपा-कांग्रेस अध्यक्षों को भी लिखा है, जिसमें हमने अपने 18 मुद्दों पर इन पार्टियों का रुख जानना चाहा है। राजनीति में बिना शर्त समर्थन नहीं दिया जाता। ऐसे में सोनिया और राजनाथ साफ करें कि क्या वे हमारी पार्टी के मुद्दों को समर्थन देते हैं।’ उन्होंने कहा, हम तभी सरकार बनाएंगे जब पार्टियां अपना रुख साफ करेंगी। इसे जनता के सामने रखेंगे। अगर जनता कहेगी तो हम सरकार बनाएंगे।’
इस पर कांग्रेस विधायक हारुन यूसुफ और अरविंदर लवली बोले, ‘केजरीवाल को पता नहीं कि प्रशासनिक फैसलों के लिए समर्थन की जरूरत नहीं होती। आप नेताओं में राजनीतिक ज्ञान की कमी है। वे लोकतंत्र का मजाक उड़ा रहे हैं।’ देर शाम उपराज्यपाल ने घटनाक्रम से जुड़ी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंप दी।
इन 18 मुद्दों पर पूछा रुख
1. वीआईपी कल्चर बंद हो
2. विधायक फंड मोहल्ला समिति को
3. दिल्ली का लोकपाल बिल पास हो
4. निगम घोटालों की जांच
5. पानी माफिया पर शिकंजा
6. रामलीला मैदान में विशेष सत्र
7. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा
8. बिजली कंपनियों का ऑडिट
9. तेज चलने वाले मीटरों की जांच
10. सभी अनधिकृत कॉलोनी नियमित
11. झुग्गी के लोगों को पक्के मकान
12. उद्योगों व व्यापारियों के लिए बने कानून की समीक्षा की जाएगी
13. रीटेल में एफडीआई का विरोध
14. निजी स्कूलों में डोनेशन सिस्टम बंद, फीस प्रक्रिया होगी पारदर्शी
15. सरकारी स्कूल बढ़ाए जाएंगे
16. नई अदालतें खोली जाएंगी
17. किसानों को सब्सिडी का लाभ
18. निगमों का मिले पूरा समर्थन