रिजर्व बैंक नए बैंक लाइसेंस आवेदनों की शुरुआती जांच का काम एक माह में पूरा कर लेगा। केंद्रीय बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। इसके बाद छांटे गए नाम आगे की कार्रवाई के लिए बिमल जालान समिति को भेजे जाएंगे।
अधिकारी ने कहा कि आवेदनों की जांच की जा रही है। आवेदकों की पात्रता को उचित मानदंडों परखा जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि यह प्रक्रिया एक माह में पूरी हो जाएगी। उसके बाद छांटे गए नामों को रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर की बिमल जालान की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय सलाहकार समिति के पास भेजे जाएंगे।
रिजर्व बैंक के गवर्नर का पद संभालने के तुरंत बाद रघुराम राजन ने कहा था कि जालान की अध्यक्षता वाली बाहरी समिति इन 26 बैंक आवेदनों की जांच करेगी। यह बाहरी समिति गवर्नर और डिप्टी गवर्नरों को अपनी सिफारिशें देगी जो अंतिम चरण का प्रस्ताव रिजर्व बैंक केंद्रीय बोर्ड की समिति को करेंगे।
जिन 26 कारोबारी समूहों ने बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन किया है उनमें टाटा के अलावा अनिल अंबानी तथा कुमार मंगलम बिड़ला की अगुवाई वाली कंपनियां शामिल हैं।