सिंगापुर में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएट के दो नए मामले सामने आए हैं। यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर काम करने वाली एक 24 वर्षीय महिला और जर्मनी से लौटी एक महिला में इस नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है। खास बात यह है कि इन दोनों को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर खुराक (आम भाषा में तीसरी खुराक) लग चुकी थी। इससे एक बार फिर ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन की प्रभावशीलता को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
सिंगापुर के चेंगी हवाई अड्डे पर काम करने वाली 24 वर्षीय महिला शुरुआती जांच में ओमिक्रॉन संक्रमित पाई गई है। यह यहां का पहला स्थानीय मामला हो सकता है। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि दूसरा मामला एक 46 वर्षीय महिला से जुड़ा है जो 6 दिसंबर को जर्मनी से लौटने के बाद बुधवार को संक्रमित पाई गई थी। इस महिला में सिंगापुर पहुंचने के बाद महामारी के लक्षण देखे गए हैं।
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “ओमिक्रॉन वेरिएंट की उच्च संक्रामकता और दुनिया के कई हिस्सों में इसके प्रसार को देखते हुए आशंका है कि हमारी सीमाओं और समाज के बीच इसके और मामले सामने आएंगे। मंत्रालय ने बताया कि ओमिक्रॉन से संक्रमित दोनों महिलाओं को नेशनल सेंटर फॉर इंफेक्शियस डिसीज में आइसोलेट किया गया है और उनके संपर्क में आए लोगों को भी 10 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, सिंगापुर में बीते चार सप्ताह में 43,166 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया है और 234 मरीजों की मौत हुई है। वहीं महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक की बात की जाए तो यहां कुल 2,71,979 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 779 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। महामारी पर काबू पाने के लिए सरकार तेजी से वैक्सीनेशन कर रही है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, सिंगापुर की व्यस्क आबादी में से 96 प्रतिशत को वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी हैं। वहीं 29 प्रतिशत आबादी को बूस्टर खुराक भी लगाई जा चुकी है। यहां जल्द से 5-11 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू होगा।
पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पकड़ में आए ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। WHO ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट महामारी की दिशा बदल सकता है। WHO महानिदेशक डॉ टेड्रोस अधेनोम गेब्रियेसस ने कहा कि सभी देश एक साथ मिलकर ओमिक्रॉन को वैश्विक संकट बनने से रोक सकते हैं। उन्होंने सभी देशों से जितना तेज हो सके, उतनी तेजी से अपने नागरिकों का वैक्सीनेशन करने और लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए पाबंदियां लगाए रखने की अपील की।