जब “साहेब” ने कहा PO हो या चपरासी…..

अम्बिकापुर
छत्तीसगढ़ शासन के आदिमजाति, अनुसूचित जाति एवं स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप आज सरगुजा जिले के दौरे पर थे… अपने दौरे मे श्री कश्यप ने  मैनपाट और बतौली मे चौपाल लगाकर लोगों से शासन की योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की । लेकिन इसी दौरान मजदूरी भुगतान से जुडी एक समस्या को लेकर जिला पंचायत सीईओ एक अधिकारी पर इतना नाराज हुए कि उस अधिकारी के साथ मीडिया कर्मियो पर भी उन्होने अपनी भडास निकाल दी…..

सरगुजा के मैनपाट के बाद मंत्री केदार कश्यप लोक सुराज के कार्यक्रमो के लिए जिले के बतौली पंहुचे,,, यंहा मंत्री जी का कार्यक्रम चल ही रहा था कि मनरेगा की मजदूरी ना मिलने से परेशान कुछ ग्रामीण मंत्री के पास अपनी शिकायत लेकर जाने का प्रयास कर रहे थे , लेकिन तभी ग्रामीणो को सामने कलेक्टर ऋतु सैन दिख गई… फिर क्या था ग्रामीणो ने अपनी आप बीती कलेक्टर को बताई और कलेक्टर ने इस समस्या के निदान का जिम्मा जिला पंचायत सीईओ आर एक्का को सौंप दिया और वो वंहा से चलती बनी,,, इधर कलेक्टर के आदेश पर ग्रामीणो की समस्याओ को सुनते सुनते सीईओ साहब इतना भडक गए कि सामने खडे बतौली विकासखण्ड मे पदस्थ मनरेगा के प्रोग्राम आफिसर हेंमत लकडा को जमकर लताड लगाई….इस दौरान आग बूबले सीईओ साहब ने कहा तुम पीओ हो कि चपरासी हो.. तमाशा बना कर रहे हो , अफसरी झाडते हो , औकात से बाहर काम करते हो….

डेढ वर्ष के कार्यकाल मे गुमशुम से रहने वाले जिला पंचायत सीईओ पीओ पर इस तरह से अपशब्दो की बौछार करेगे ये शायद किसी को अंदाजा नही था,, लेकिन उनकी नाराजगी केवल अपने अधिकारी तक सीमित नही रही वो तो मीडिया कर्मियो पर भी भडक गए और कैमरा बंद करने की नसीहत तक दे डाली…

दरअसल ये मामला लोक सुराज अभियान के दौरान बतौली मे उस वक्त हुआ ,, जब गोविंदपुर के कुछ ग्रामीण मनरेगा की तहत दस सप्ताह तक किए अपने काम की मजदूरी ना मिलने की शिकायत लोक सुराज कार्यक्रम मे पंहुचे मंत्री जी से करने आए थे। बहरहाल इस पूरे घटनाक्रम को देखकर तो यही कहावत चरितार्थ होती है कि खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे….. क्योकि जो अधिकारी जिले भर के मनरेगा की जिम्मेदारी रखता है.. वो आज उस वक्त भडका जब बात मंत्री तक पंहुचने वाली थी… इससे पहले क्या साहब कुंभकरणीय नींद मे सो रहे थे।

 देखिये इस वीडियो में कैसे लगाईं फटकार जिला पंचायत सी ई ओ ने: