वर्दी ने फिर दिखाई हम दर्दी..ठगे गए पहाडी कोरवा को दी आर्थिक मदद..!

सोनोग्राफी कराने के नाम पर पहाड़ी कोरवा से ठगी..

रोते-बिलखते पहाड़ी कोरवा की पुलिस ने की आर्थिक मदद

अम्बिकापुर

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में निजी पैथोलैब व सोनोग्राफी सेंटरों के दलालों की पैठ इन दिनों कुछ ज्यादा ही देखने व सुनने को मिल रही है। अस्पताल के अंदर तक पूरे समय इन दलालों की आवाजाही पर कोई रोक-टोक नहीं है। आलम यह है कि लगातार गरीब मरीज कभी खून जांच के बहाने तो कभी अन्य जांच के बहाने ठगे जा रहे हैं। आज भी एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति ने पहाड़ी कोरवा मरीज से सोनोग्राफी कराने के नाम पर 1000 रूपये ठग लिये और फरार हो गया। गरीब पहाड़ी कोरवा पैसे की ठगी होने पर रोता बिलखता पुलिस सहायता केंद्र पहुंचा, जहां पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुये पहले तो पहाड़ी कोरवा की आर्थिक मदद की, फिर उक्त अज्ञात युवक की तलाश में जुट गई।

जानकारी के अनुसार बगीचा चुंडापाठ निवासी खसरू पिता बिरना पहाड़ी कोरवा उम्र 55 वर्ष को पेट दर्द की शिकायत होने पर गुरूवार के दिन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल किया गया था। खसरू के साथ उसके भाई का पुत्र 4 वर्षीय संतोष को भी बुखार की शिकायत होने पर भर्ती किया गया था। खसरू के साथ उसकी पत्नी शांति भी थी। आज चिकित्सकों के कहने पर खसरू अपनी सोनोग्राफी कराने अस्पताल के ओपीडी मेें खड़ा था, उसी दौरान वहां एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे यह कहा कि यहां सोनोग्राफी नहीं होगी मैं पुराना बस स्टैण्ड में तुम्हारी सोनोग्राफी करा देता हॅू। यह कहते हुये उक्त युवक खसरू को अपने साथ पुराना बस स्टैण्ड के पास ले गया। वहां अज्ञात युवक ने उसका आधार कार्ड लेकर फोटो कॉपी कराकर आने की बात कही और एक हजार रूपये भी ले लिये। काफी देर तक अज्ञात युवक वापस नहीं आया तो रोता-बिलखता पहाड़ी कोरवा अस्पताल के पुलिस सहायता केंद्र पहुंचा और अपनी व्यथा बताई। पुलिस ने पूर्व में हुई ऐसी कई ठगी के मामलों में रखी गईे आरोपियों की तस्वीर पहाड़ी कोरवा को दिखाई, परंतु इनमें से किसी की पहचान नहीं हो पाई है। सहायता केंद्र में मौजूद एएसआई ने पहाड़ी कोरवा को कुछ आर्थिक मदद करते हुये मानवता का परिचय दिया। पुलिस अज्ञात व्यक्ति की तलाश में जुट गई है।

सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाये जायेंगे-डॉ. घनश्याम
मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. घनश्याम सिंह ने इस संबंध में कहा कि अस्पताल के सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी वहां के आरएमओ व अस्पताल सलाहकार प्रियंका जेम्स के ऊपर है। वैसे महिला सुरक्षा गार्ड को हटवाकर पुरूष सुरक्षा गार्ड रखे जाने की बात प्रक्रिया में चल रही है। जल्द ही सुरक्षा की दृष्टिकोण से यह इंतजाम कराया जायेगा।