अंबिकापुर. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब ट्रू-नेट मशीन से कारेाना संदेहियों की जांच शुरू हो गई है. इससे कोरोना संदेहियों की रिपोर्ट के लिए अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अधिकांश मामलों में उसी दिन रिपोर्ट मिल जाया करेगी.. जिस दिन उन्हें रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी.
बता दें कि सोमवार को कोरोना हाई रिस्क के 05 मरीजों के सैंपल की जांच की गई. इसकी रिपोर्ट तीन घंटे के अंदर मिल गई. इससे रिपोर्ट के लिए इंतजार नहीं करना पड़ा
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर आईसीएमआर (ICMR) द्वारा वायरोलॉजी लैब खोलने के निर्देश दिए गए थे. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में वायरोलॉजी लैब खाला जाना है. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वायरोलॉजी लैब के कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है.
इसे जल्द ही शुरू करने की कवायद जारी है. मेडिकल कॉलेज माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. कृष्णमूर्ति ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए आईसीएमआर (ICMR) के निर्देश पर ट्रू-नेट मशीन से कोरोना की जांच शुरू कर दी गई है.
फिलहाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में ट्रू-नेट लेबोरेटरी कोविड-19 जांच केन्द्र बनाया गया है. दो दिन पूर्व टू-नेट मशीन से कोरोना जांच के लिए राज्य शासन व आईसीएमआर द्वारा अनुमति मिलने के बाद सोमवार से पूर्ण रूप से जांच शुरू कर दी गई है. देर शाम तक कुल पांच सैंपलों की जांच की गई. इसका रिपोर्ट तीन घंटे के अंदर सामने आ गई. जो कि जिले के लिए राहत की बात है.
सोमवार को पहले दिन ट्रू-नेट मशीन से पांच संदिग्धों की जांच की गई. इसमें तीन डॉक्टर व दो अन्य लोगों का सैंपल लिया गया था. जिसकी रिपोर्टिंग रायपुर से की जाएगी.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीएस सिसोदिया ने बताया है कि संभागीय कोविड अस्पताल से अम्बिकापुर के 01 मरीज को सैंपलिंग के पश्चात 15 दिन तक लक्षण रहित होने के उपरांत डिस्चार्ज कर दिया गया है.
कोविड हॉस्पिटल अम्बिकापुर में 29 जून की स्थिति में सरगुजा जिले के 07 और बलरामपुर जिले के 07 मरीज कोविड अस्पताल अम्बिकापुर में भर्ती हैं. जिसमें 05 महिला एवं 09 पुरूष शामिल हैं. अब तक कोविड अस्पताल में कुल 211 कोरोना मरीज भर्ती किये गए हैं. जिनमें से 197 मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर घर वापस लौट गए हैं.
मेडिकल कॉलेज माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. कृष्णमूर्ति ने बताया कि ट्रू- नेट मशीन से कोरोना की जांच शुरू कर दी गई है। इससे केवल हाई रिस्क वाले संदिग्धों की जांच की जाएगी. इसके बाद अब जल्द ही आरटीपीसीआर लैब शुरू कर दिया जाएगा. इसके लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वायरोलॉजी लैब का निर्माण चल रहा है. सिविल का काम सीजीएमएसी द्वारा कराया जा रहा है.
आरटीपीसीआर जांच के लिए वायरोलॉजी लैब के लिए फिलहाल कंस्ट्र्रक्शन का काम सीजीएमएसी द्वारा जारी है. वहीं लैब बनाने के लिए हैदराबाद से आई क्लिन कंपनी की टीम आएगी और लैब का पूरा सेटअप तैयार करेगी. इसके बाद लैब से जांच शुरू कर दी जाएगी.