क्रांति रावत, उदयपुर। गांव से बाहर के चार लोगों द्वारा खूटिया गांव में आकर अनावश्यक रूप से दो युवकों की दबंगई से बेदम पिटाई करने का मामला प्रकाश में आया है। मारपीट कर गुंडागर्दी कर रहे लोग घटना को अंजाम देने के बाद भागने की फिराक में थे, जिसे गांव वालों ने घेराबंदी कर रोके रखा तथा पुलिस को सूचना देकर आरोपियों को पकड़वाया, मामले संलिप्त दो आरोपी फरार हो गए तथा दो आरोपियों को उदयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है
मंगलवार की रात को थाना क्षेत्र उदयपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत खूटिया में शाम 7-8 बजे करीब देवेंन सिंह पिता सुखलाल सिंह उम्र 27 वर्ष निवासी नमनाकला अम्बिकापुर, तिलकेश्वर पिता दिलबोधन उम्र 25 वर्ष निवासी मुकुंदपुर, प्रताप सिंह और उमेश सिंह निवासी पतराटोली ने बुधवार की शाम गांव के भूतपूर्व सरपंच के घर पहुंच कर खानपान किया। जिसके बाद चारों शराब के नशे में धुत होकर दुकान के सामने बैठे उदयकरण सिंह एवं किसी काम से घर वापस आ रहे शिवकुमार मरावी को अनावश्यक रूप से मारपीट करना शुरू कर दिया।
बीच बचाव करने आ रहे लोगों को आरोपियों ने अपने आप को उदयपुर थाना का टीआई बताकर दबंगई पूर्वक डरा धमका कर भगा दिया गया। मामला धीरे-धीरे आग की तरह गांव में फैल गई। जिसके बाद लोगों के हुजूम देखकर बदमाशों ने मौके से भागने की फिराक करने लगे। घटना को अंजाम देने के बाद 2 लोग मौके से फरार हो गए, वही तिलकेश्वर सिंह भागते हुए महंगई में पकड़ा गया और देवेन सिंह भूतपूर्व सरपंच के घर छिपा हुआ था। जिसको आक्रोशित होकर गांव वालों ने घेराबंदी कर रखा था।
घटना की सूचना लोगों ने 112 में दिया। जहां 112 की टीम मौके पहुंचकर मामला अपने आप से बाहर होते देख वस्तुस्थिति को उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। जिसके बाद थाना प्रभारी उदयपुर ने दल बल के साथ रात्रि 12 बजे के बाद मौके पर पहुंच कर जायजा लिया। घटना को अंजाम देने वाले में से एक व्यक्ति जो घर में छुपा हुआ था। उसे दरवाजा खुलवा कर घर को सर्च करके खोज निकाला। घटना से आहत हुए दोनों लोग एवं बदमाशों को रात को ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
दूसरे दिन सुबह बुधवार को खुटिया गांव के 50 से अधिक लोग थाने पहुंच कर उचित कार्यवाही कराने की पुलिस को आवेदन दिया, उक्त बदमाशों के खिलाफ पुलिस द्वारा धारा 419, 294, 323 और 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया और मौके से फरार हुए दो आरोपी पुलिस पतासाजी कर रही है।
बदमाशों ने दबंगई करते हुए ख़ुद को उदयपुर थाना का टीआई बताया–
आरोपी दो मोटरसाइकिल एक सोल्ड बुलेट एवं पल्सर से पहुंचे हुए थे। जो मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट में प्लास्टिक की पन्नी चिपकाकर नंबर प्लेट पूरी तरीके से ढक रखे थे। जिसके कारण लोगों को संदेह होने पर इसकी सूचना पुलिस को दिए। बुलेट को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। गांव में पहुंचकर बेकसूर लोगों की पिटाई करने के दौरान मौके पर पहुंच रहे लोगों को डरा धमका कर अपने आप को उदयपुर थाना का टीआई बताया। जिसके बाद गांव के सैकड़ों लोगों ने उन लोगों को घटना को अंजाम देते वक्त उनके खिलाफ कुछ उचित कदम नहीं उठा सके जिसके कारण दो व्यक्ति मौके से फरार हो गए।
गांव के 02 दुकानदार को मारने की धमकी-
गांव के निवासी हुकुमचंद सिंह एवं सत्यनारायण सिंह जिनका किराना स्टोर की दुकान है। उन्हें मारने की धमकी देते हुए फिजूल की मोबाइल में अधिकारियों की फोन आने की धौंस दिखाने लगे। उनको यह भी कहा दो डग्गा पुलिस बल रास्ते में है। जिनको भी अभी हमारे एक फोन में पहुंच रहे हैं।
सरपंच पति- वंशरूप सिंह
मामला की सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचने के बाद मार पिटाई के साथ विवाद की स्थिति को नियंत्रण करने की बहुत कोशिश किया। जिस दौरान बदमाशों ने मुझे भी गाली गलौज देकर मारने की कोशिश किए। जिसके बाद मैंने गांव के कई लोगों को तत्काल मौके पर बुलवाया। जिसके बाद बदमाशों को काबू में लिया गया। इस घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। आधे से अधिक लोग रात भर सो नहीं सके है।
थाना प्रभारी उदयपुर.. अलरिक लकड़ा ने बताया–
सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचकर घर में छिपे व्यक्ति को घर की घेराबंदी करके खुलवाकर तलाशी कर हिरासत में लिया गया। दूसरा व्यक्ति को भागने के दौरान रास्ते में पकड़ा गया। उक्त मामले में अपराध पंजीबद्ध किया गया है। दो फरार आरोपियों की तलाश जारी है।