अम्बिकापुर. देश के पहले प्रधानमंत्री का जन्मदिन आज समूचे देश के साथ सरगुजा जिले मे बाल दिवस के रुप मे मनाया गया. इस दौरान शहर के विभिन्न स्कूलो मे बाल दिवस मनाया गया. इसी बीच जिले के जामझरिया गांव के अग्रणी शासकीय स्कूल मे बाल दिवस किसी त्यौहार के रूप मे मनाया गया. खास बात ये रही कि इस अवसर पर बच्चो ने अपने अंदाज मे प्रदेश के नए नवेले राजकीय गीत को गाकर सबका मन मोह लिया. तो स्कूल मे पदस्थ राज्यपाल पुरुष्कार से सम्मानित शिक्षक ने कलेक्टर को एक खास व्यवस्था प्रदान करने के लिए स्पेशल थैंक दिया.
जामझऱिया प्राथमिक शाला अपनी उच्च स्तरीय व्यवस्था के लिए देश के टीचर ऐप मे स्थान बना चुका है. प्रदेश का इकलौता ऐसा शासकीय स्कूल है. जिसकी सफलता की कहानी देश के द टीचर एप मे प्रकाशित हो चुकी है. और फिर अगर मौका बाल दिवस का हो तो भला यहां के बच्चे कुछ अलग ना करें.. ऐसा संभव नहीं है.. लिहाजा स्कूल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचाने दिलाने वाले राज्यपाल से सम्मानित शिक्षक अरविंद गुप्ता से प्रेरणा लेकर स्कूल के बच्चे ने प्रदेश के राजकीय गीत को कंठस्त करके गाया..
बाल दिवस के दिन अपने राज्य के राजकीय गीत को इतने खूबसूरत ढंग से गाने वाले बच्चे जामझरिया गांव के विशेष पिछडी पण्डो जनजाति की बस्ती मे रहते हैं.. इधर इस माडल शासकीय स्कूल के बच्चो और शिक्षको के लिए इस बार का बाल दिवस बेहद खास रहा.. क्योकि अब इस बाल दिवस के पहले ही सरगुजा कलेक्टर सारांश मित्तर ने इन्हे एक ऐसा तौफा दिया है.. जो खासकर प्रायमरी स्कूल के बच्चो को तो कभी नहीं मिलता है. दरअसल इस स्कूल मे पढाई लिखाई की उच्च स्तरीय व्यवस्था को देखकर कलेक्टर ने इस स्कूल के बच्चो के लिए खास तरीके के डेस्क बेंच की व्यवस्था कराई है… जिसके लिए स्कूल के शिक्षक ने कलेक्टर को स्पेशल थैंक कहा है..
गौरतलब है जिले के मैनपाट विकासखंड मे आने वाले जामझरिया के इस प्रायमरी स्कूल मे बच्चो को पढाने के लिए निजी स्कूल जैसे आधुनिक सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है.. जिसकी वजह से ये प्रदेश औऱ देश मे चर्चा का विषय बना है. ऐसे मे बच्चो ने बाल दिवस के दिन सीएम के पंसदीदा और राजकीय गीत को गाकर … निश्चित तौर पर प्रदेश के मुखिया का भी ध्यान अपनी ओर खींचने का काम किया है..