रायपुर. इस दीवाली मुख्यमंत्री का घर गौठान के गोबर के दीयों से रोशन होगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर प्रवास से लौटने के बाद दीपावली की खरीदी करने सीधे राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब पहुंचे. यहां परिक्रमा पथ पर छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन-बिहान और देवभोग के स्टॉल लगाए गए हैं. इन स्टॉलों में छत्तीसगढ़ के कुम्हारों, हस्तशिल्पियों, स्व सहायता समूह की महिलाओं एवं अन्य कारीगरों द्वारा बनाये गए दीये, सजावट की वस्तुएं, उपहार, छत्तीसगढ़ी व्यंजन सहित अन्य सामग्रियां प्रदर्शन और विक्रय के लिए रखी गयी हैं. बिहान के स्टॉल में महिला समूहों द्वारा गौठानों के गोबर से बनाए गए दीये और अन्य सजावटी वस्तुएं खरीददारी के लिए उपलब्ध हैं.
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां पहुंचकर दीपावली के लिए मिट्टी और गौठानों के गोबर से बने दीये, देवभोग द्वारा उत्पादित मिठाइयां तथा दूध से बनी अन्य सामग्री एवं महिला समूहों द्वारा तैयार छत्तीसगढ़ी व्यंजन के साथ अन्य वस्तुओं की खरीदी की. उन्होंने महिला समूहों और कारीगरों से सामग्रियों के निर्माण के सबंध में जानकारी भी ली और उनका उत्साहवर्धन किया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पाटन के कुम्हारों द्वारा निर्मित 5 हजार दीये भी उपस्थित लोगों को वितरित किये.
ग़ौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से दीपावली सहित अन्य त्यौहारों के समय में छत्तीसगढ़ के कुम्हारों, हस्तशिल्पियों, बुनकरों एवं अन्य कारीगरों द्वारा बनाये गए दीये, वस्त्र, सजावट की वस्तुएं, उपहार एवं अन्य सामग्री की अधिकाधिक खरीदी करने की अपील की है. लोगों के इस छोटे से प्रयास से इन छोटे-छोटे कामों में लगे राज्य के लाखों लोगों के जीवन में खुशियां आ सकेंगी.
इस अवसर पर रायपुर नगर निगम के महापौर प्रमोद दुबे, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, कलेक्टर रायपुर डॉ. एस भारतीदासन, जिला पंचायत के सीईओ डॉ गौरव कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में शहरवासी उपस्थित थे.