
अम्बिकापुर/अनिल उपाध्याय। सरगुजा जिले के सीतापुर ब्लॉक अंतर्गत देवगढ़ के महादेव नाले पर बनी नवनिर्मित पुलिया का रिटर्निंग वॉल बारिश की पहली मार में ही क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही दुर्घटना से बचाव के लिए लगाई गई रेलिंग भी अपनी जगह छोड़कर नीचे खिसक गई है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है और उन्होंने निर्माण में भारी लापरवाही का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जहाँ रिटर्निंग वॉल क्षतिग्रस्त हुआ है, वहां की मिट्टी अत्यंत भुरभुरी और संवेदनशील है। निर्माण के दौरान अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बावजूद उचित ध्यान नहीं दिया गया। जल्दबाजी में किए गए निर्माण कार्य के कारण रिटर्निंग वॉल बारिश का पहला झटका भी नहीं झेल पाया।
विदित हो कि ग्राम पंचायत देवगढ़ के मोरडापारा स्थित महादेव नाले में बारिश से पहले इस पुलिया का निर्माण कराया गया था। लोक निर्माण विभाग की सेतु शाखा द्वारा करोड़ों की लागत से बनाए गए इस पुलिया में कुछ महीनों के भीतर ही तकनीकी खामियां सामने आने लगी हैं। मजबूती प्रदान करने के लिए पुलिया के दोनों ओर रिटर्निंग वॉल तैयार किए गए थे, जिनमें से एक हिस्सा पूरी तरह ढह गया है।
क्षतिग्रस्त रिटर्निंग वॉल के साथ सुरक्षा रेलिंग भी नीचे सरक गई, जिससे निर्माण की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बारिश से पहले काम निपटाने की जल्दी में इंजीनियरों ने संवेदनशील मिट्टी वाले इलाके में ठोस आधार नहीं दिया। यही वजह रही कि बारिश के दौरान मिट्टी कटाव हुआ और संरचना ढह गई।
ग्रामीणों ने चिंता जताई कि महादेव नाले के आसपास की मिट्टी बहुत कमजोर है। ऐसे में अगर निर्माण गुणवत्ता में थोड़ी भी लापरवाही हुई तो यह पुलिया भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। फिलहाल क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू करा दी गई है।
इस मामले में लोक निर्माण विभाग सेतु शाखा के उप अभियंता विकास सरावगी ने कहा कि “बारिश के कारण उस हिस्से में पानी का रिसाव हुआ, जिसकी वजह से रिटर्निंग वॉल क्षतिग्रस्त हो गया है। पखवाड़े भर में इसकी मरम्मत पूरी कर दी जाएगी।”
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