
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सड़क के अभाव में पिछड़ेपन का अभिशाप झेल रहे पहाड़ी कोरवा जनजाति को इस अभिशाप से मुक्ति दिलाने केंद्र सरकार द्वारा संचालित पीएम जनमन योजना का अधिकारी एवं ठेकेदार ने मिलकर बेड़ागर्क कर दिया है। इस योजना के तहत पहुँचविहीन क्षेत्रों में करोड़ो रुपये की लागत से कराई जा रही सड़क घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गई। विभागीय अधिकारी के शह पर सड़क निर्माण में लगे ठेकेदार द्वारा लीपापोती करते हुए सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। घटिया सड़क निर्माण का ग्रामीणों द्वारा लगातार विरोध एवं शिकायत के बाद निरीक्षण के लिए विधायक रामकुमार टोप्पो संबंधित अधिकारियों को लेकर मौके पर पहुँचे।
निरीक्षण के दौरान सड़क निर्माण में लीपापोती देख विधायक भड़क उठे। उन्होंने घटिया निर्माण पर सवाल खड़े करते हुए अधिकारियों से जवाब तलब किया। संबंधित अधिकारी विधायक के सवालों का जवाब देने के बजाए बगले झांकने लगे। हालांकि बाद में अधिकारियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे मिस्त्री एवं मजदूरों पर इसका ठीकरा फोड़ते हुए माना कि सड़क निर्माण कार्य मे लापरवाही बरती गई है। अधिकारियों का ये जवाब सुन विधायक ने उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाया और घटिया सड़क की जगह नए सिरे से निर्माण कार्य कराने के निर्देश दिए। वही ग्रामीणों ने आजादी के बाद पहली बार बन रही सड़क में लीपापोती करने वाले अधिकारी एवं ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है।
बता दें कि आजादी के बाद से विधानसभा क्षेत्र सीतापुर के गई गांव ऐसे है जो आज भी पिछड़ेपन का अभिशाप झेल रहे है। सड़क पुल पुलिया बिजली पानी के अभाव में इस क्षेत्र के लोग आज भी समाज की मुख्यधारा से कटे हुए है। बुनियादी सुविधाओं के अभाव में आज भी दर्जनों ऐसे गांव है जिनका रत्तीभर भी विकास नही हो पाया है। ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों को चिन्हांकित कर उन्हें पिछड़ेपन के अभिशाप से हमेशा के लिए मुक्ति दिलाने केंद्र सरकार जनमन योजना लेकर आई है। जिसका उद्देश्य पिछड़े इलाकों में सड़क पानी बिजली पुल पुलिया जैसी सुविधा उपलब्ध कराते हुए उसे समाज के मुख्यधारा से जोड़ना है। जिसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से जुड़े अधिकारियों को इसे जमीनी स्तर पर लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। किंतु इस योजना से जुड़े अधिकारी केंद्र सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी जनमन योजना के उद्देश्य पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।
इस योजना के तहत मैनपाट के सुदूर गांव परपटिया सिंगिढोढ़ी से लब्जी तक 6 करोड़ की लागत से सड़क पुलिया एवं तटबंध का निर्माण कराया जा रहा है। 6.30 किमी लंबी दूरी तक बनने वाली इस सड़क का अधिकारी एवं ठेकेदार ने मिलकर बेड़ागर्क कर दिया। पीएम जनमन योजना के तहत बनने वाली इस सड़क में 15 सेमी जीएसबी करना था जो किया ही नही गया। इसके अलावा इस सड़क के उस हिस्से में जो राजेंद्र घर से लब्जी सीमा तक जाती है। जब उसकी खुदाई कर जांच की गई तो लगभग 3 किमी लंबी दूरी की सड़क में कही भी जीएसबी का काम नही पाया गया। ठेकेदार द्वारा डब्लूबीएम में भी घोटाला करते हुए निर्धारित मापदंड की जगह 1 से दो सेमी की कमी की गई है। सड़क के ऊपर होने वाले बीटी कार्य मे भी काफी घपला किया है। सड़क में 20 एमएम बीटी की जगह 14 से 15 एमएम मात्र बीटी की परत बिछाई गई है।
इसके अलावा मौके पर जो प्रोटेक्शन वॉल का निर्माण कराया गया है। उसमें काफी घटिया एवं निम्नस्तरीय निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया है। बहरहाल देखा जाए तो पिछड़ेपन के अभिशाप से मुक्ति दिलाने 6 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क में ठेकेदार ने जमकर लीपापोती की है। पिछड़े वर्गों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से शुरू की गई केंद्र सरकार की पीएम जनमन योजना के उद्देश्य पर अधिकारी एवं ठेकेदार पानी फेरते नजर आ रहे है। ऐसा नही है कि इस घटिया निर्माण कार्य का विरोध न हुआ हो। 6 करोड़ की लागत से बनने वाले इस सड़क में घटिया निर्माण कार्य का आरोप लगा ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया था।
ग्रामीणों ने अधिकारियों से गुणवत्ता के साथ सड़क निर्माण कराने की मांग की थी। जिसे अधिकारियों ने इसे अनसुना कर दिया था। जिसके बाद ग्रामीण विधायक रामकुमार टोप्पो के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए जांच की मांग की थी। ग्रामीणों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद विधायक संबंधित अधिकारियों संग सड़क निर्माण कार्य की जांच करने पहुँचे थे। मौके पर विधायक ने जब अधिकारियों के समक्ष सड़क निर्माण की जांच कराई। तब करोडों की लागत से सड़क निर्माण में की गई लीपापोती खुलकर सामने आई। जिसके बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों के समक्ष विधायक ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नए सिरे से सड़क निर्माण कराने के निर्देश दिए। वही मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने केंद्र सरकार की इस अतिमहत्वकांक्षी पीएम जनमन योजना के तहत कराए गए घटिया सड़क निर्माण की जांच की मांग की है। ताकि इसमे संलिप्त लापरवाह अधिकारी एवं निर्माण एजेंसी के विरुद्ध कार्यवाही हो सके।
अधिकारियों ने माना हुआ है घटिया सड़क निर्माण कार्य
सड़क निर्माण कार्य के जांच के दौरान ठेकेदार द्वारा किये गए घोटाले की जांच जब परत दर परत खुलने लगी। तब वहाँ मौजूद अधिकारियों ने माना कि सड़क निर्माण घटिया है। मापदंड के आधार पर सड़क में गुणवत्ता की अनदेखी की गई है। हद तो तब हो गई जब अधिकारियों ने अपनी कमजोरी छुपाने के लिए सड़क निर्माण कार्य मे लगे ठेकाकर्मियों पर इसका ठीकरा फोड़ दिया। उनका कहना था कि निर्माण कार्य मे लगे ठेकेदार के कर्मचारियों ने लापरवाही बरती है। जबकि कायदे से देखा जाए तो निर्माण कार्य मे मापदंड के आधार पर कार्य कराने की जिम्मेदारी अधिकारियों की होती है।
इस संबंध में विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा कि क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी जनता ने मुझ पर सौंपी है। जिसका मैं बखूबी पालन करने की भरसक कोशिश कर रहा हूँ। मेरे इसी कोशिशों के नतीजा है जो इस सुदूर क्षेत्र में ये सड़क बनाई जा रही है। यह केंद्र सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना पीएम जनमन योजना के तहत बनाई जा रही है। इससे पिछड़ेपन का अभिशाप झेल रहे लोगो को मुक्ति मिलेगी और वो भी समाज की मुख्यधारा में शामिल हो पायेंगे। अगर ऐसी जनकल्याणकारी योजनाओं में लापरवाही बरती जाती है तो वो बर्दास्त नहीं किया जायेगा। मैंने परपटिया सिंगिढोढ़ी से लब्जी सड़क का अधिकारियों की मौजूदगी में जांच कराई। जांच के दौरान उसमे काफी कमियां पाई गई है। अधिकारियों को नए सिरे से सड़क निर्माण कराने के निर्देश दिए गए हैं।