मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर में नक्सल प्रभावित जिलों के बच्चों के लिए आदिम और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों में सीटों की संख्या दोगुनी करने की घोषणा की है। उन्होंने इन विद्यालयों के लगातार आ रहे शानदार परीक्षा परिणामों को देखते हुए यह सौगात देने का निर्णय लिया है। वर्तमान में गुढ़ियारी स्थित प्रयास बालक और बालिका विद्यालयों में ढाई-ढाई सौ सीटें हैं। डॉ. सिंह ने कहा है कि इनकी संख्या पांच-पांच सौ की जाएगी। इसके साथ ही गुढ़ियारी के प्रयास बालक आवासीय विद्यालय को राजधानी के नदीक सड्ढू में शिफ्ट किया जाएगा, जहां 22 एकड़ जमीन उपलब्ध है और भवन भी तैयार है। इस सम्पूर्ण रकबे को एक बेहतर एजुकेशन हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आज शाम यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में संभागीय कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों से रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर और अम्बिकापुर में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों की गतिविधियों की जानकारी ली। कलेक्टर रायपुर ओ.पी. चौधरी ने उन्हें बताया कि गुढ़ियारी के प्रयास बालक विद्यालय को सड्ढू शिफ्ट करने के लिए तेजी से काम चल रहा है और 16 जून तक यह पूर्ण कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के सभी पांच संभागीय मुख्यालयों में कुल छह प्रयास आवासीय विद्यालय मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत संचालित किए जा रहे हैं । इस बार अखिल भारतीय स्तर की संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जे.ई.ई.ई.) में इन विद्यालयों के 44 बच्चों ने सफलता हासिल की है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा इस वर्ष आयोजित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (पी.ई.टी.) में इन विद्यालयों से शामिल 369 छात्र-छात्राओं में से 358 ने अपनी कामयाबी का शानदार परचम लहराया है।
स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार ने प्रदेश के नक्सल हिंसा पीड़ित आदिवासी बहुल जिलों के बच्चों को ग्यारहवीं और बारहवीं की पढ़ाई और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग की सुविधा देने प्रयास आवासीय विद्यालयों की योजना बनाई है। श्री कश्यप ने बताया-सबसे पहले राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में जुलाई 2010 में प्रदेश के प्रथम प्रयास आवासीय विद्यालय का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा किया गया था। वर्ष 2012 में वहां पर बालिकाओं के लिए भी अलग से आवासीय विद्यालय शुरू किया गया। इसी तरह बाद के वर्षो में राज्य के शेष चार संभागीय मुख्यालयों-बिलासपुर, दुर्ग, अम्बिकापुर और जगदलपुर में भी प्रयास विद्यालय खोले जा चुके हैं।