
धमतरी। शहर के हृदय स्थल में स्थित नगर निगम आयुर्वेदिक अस्पताल इन दिनों दवा संकट से जूझ रहा है। पिछले 20 दिनों से यहां दवाइयों की सप्लाई ठप है, जिसके कारण बड़ी संख्या में आने वाले मरीज खाली हाथ लौटने को मजबूर हैं। नगर निगम के 40 वार्डों से रोजाना दर्जनों लोग कम लागत और भरोसेमंद आयुर्वेदिक इलाज की उम्मीद में यहां पहुंचते हैं, लेकिन दवाएं न मिलने से उनकी परेशानी बढ़ गई है।
सर्दी, बुखार, बदन दर्द और उल्टी-दस्त जैसी मौसमी बीमारियों के बढ़ते मामलों ने संकट को और गंभीर बना दिया है। नियमित तौर पर यहां इलाज कराने वाले मराठा वार्ड के जयकुमार देवांगन, समयलाल और पंकज साहू बताते हैं कि पहले उन्हें सारी दवाएं अस्पताल से ही मिल जाती थीं, लेकिन अब मजबूरन बाजार से महंगी दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं। कई बुजुर्ग मरीज भी दवाइयों की कमी पर नाराज़गी जता रहे हैं और जल्द व्यवस्था सुधारने की मांग कर रहे हैं।
अस्पताल प्रभारी बीएएमएस विजयलक्ष्मी वशिष्ठ का कहना है कि पिछले पखवाड़े से दवाओं का स्टॉक पूरी तरह खत्म है। इस समस्या की जानकारी नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग को कई बार भेजी गई, फिर भी अब तक सप्लाई शुरू नहीं हुई है। दूसरी ओर, स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नगर निगम को तत्काल दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि मरीजों को राहत मिले और उन्हें महंगी दवाइयां खरीदने के बोझ से मुक्ति मिल सके।
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