बलरामपुर. जिला मुख्यालय में तेज रफ्तार का कहर थमने का नाम ही ले रहा है. गौरव पथ पर तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही इतनी बढ़ गई है कि, गौरव पथ का डिवाइडर भी अब सुरक्षित नहीं है. आज बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया. जब एक अनियंत्रित ट्रक डिवाइडर के ऊपर चढ़ गई. गनीमत रही की जिस समय यह हादसा हुआ. उस दौरान किसी नेता या मंत्री का प्रोटोकॉल नहीं था, नहीं तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी.
एनएच-343 बलरामपुर मुख्यालय से गुजरती है और एनएच पर ही गौरव पथ है. गौरव पथ के किनारे ही सर्किट हाउस भी है और सर्किट हाउस के पास ही ट्रक गौरव पथ के डिवाइडर पर सवार हो गई थी.
मुख्यालय का गौरवपथ व्यस्ततम मार्गों में से एक है और गौरवपथ पर यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है. ऐसे में बायपास सड़क की जरूरत महसूस की जा रही है. बायपास निर्माण को लेकर भी स्थानीय स्तर पर कवायद जारी है, लेकिन सड़क किनारे बेतरतीब खड़ी वाहनों और गुमटियों ने यातायात व्यवस्था को चौपट करके रख दिया है. सबसे अहम बात है कि गौरवपथ से कोर्ट परिसर और जिला अस्पताल की ओर जाने वाली सड़क अक्सर ब्लैक स्पॉट साबित होती है. नवनिर्मित लरंग साय चौक पर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक यातायात का दबाव अधिक रहता है. ऐसे में कारगर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, स्थानीय प्रशासन को सड़क किनारे सतत अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की भी दरकार है.
बहरहाल, हादसे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्रक और ट्रक चालक को अपने साथ ले गई है. हादसे के दौरान ट्रक खाली थी और चालक को झपकी आने की वजह से यह हादसा हुआ.
बुधवार के दिन बड़ जाती है भीड़
सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को मुख्यालय में साप्ताहिक बाजार लगती है और सड़क किनारे बाजार लगने से यातयात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होती है. ऐसा कोई भी बुधवार नही गुजरता की छोटी-बड़ी सड़क दुर्घटना ना हो.
