जो अंतर मन का नमन करे वह संत पुरुष कहलाता है
अंबिकापुर
“दीपक सराठे”
आज नगर के राजमोहनी भवन में पहली बार अणुव्रत नैतिक गायन प्रतियोगिता के आयोजन में विभिन्न स्कुलो के नन्हे छात्र-छात्राओ ने अपनी कला का एैसा जौहर दिखाया कि कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथियो सहित श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए । अणुव्रत नैतिक गायन शालेय प्रतियोगिता मे उपस्थित मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने बच्चो व उपस्थित लोगो को कहा कि अणुव्रत ही जीवन जीने का कला सिखाता है। कार्यक्रम मे नन्हे छात्र छात्राओ द्वारा जिस प्रकार से नैतिक गायन की प्रस्तुति दी गई वह उनके भीतर की नैतिकता का मापदण्ड है। कार्यक्रम मे अतिथि नगर निगम महापौर डाँ अजय तिर्की ने अणुव्रत के नियमो व उसके महत्वो पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती शिशु मंदिर के नन्हे बच्चो ने स्वागत गान से किया। इसके उपरांत विक्टोरिया पब्लिक स्कूल के बच्चो द्वारा जो गायन प्रस्तुत किया गया वह भावभिभोर करने वाला था। बच्चो के द्वारा गाने के बोल थे “जो अंतर मन का नमन करे वह संत पुरुष कहलाता है ” ।
नगर मे पहली बार हुए अणुव्रत नैतिक गायन मे नगर के संत हरकेवल दास स्कूल , कार्मेल स्कूल , सरस्वती शिशु मंदिर , विक्टोरिया पब्लिक स्कूल सहित अन्य स्कूलो के नन्हे छात्र छात्राओ ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम मे नन्ही बालिका रश्मि वर्मा ने अपने विशेष गायन श्रोताओ को अपनी कला मुरीद बना लिया । इस आय़ोजन मे अणुव्रत को लेकर बताया गया कि इसके महत्व मे श्रमिको के शोषण, राष्ट्र संपत्ति का दुरुपयोग, मादक प्रदार्थो के सेवन व मिलावट खोरो के विरुद्द एक आंदोलन चलाना है। आयोजन की संयोजक ममोल कोचेटा ने इस अणुव्रत आंदोलन के बारे मे विस्तार से लोगो को जानकारी दी । इस कार्यक्रम की महत्वपूर्ण बात यह थी कि स्कूली नन्हे छात्रो ने अपने इस नैतिक गायन मे समाज की कई कुरीतियो का भी उल्लेख किया । इस आयोजन मे जहा डिप्टी मेयर अजय अग्रवाल , जनपद अध्यक्ष उद्देश्वरी पैकरा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष एंव एल्डरमैन श्रीमति शकुंतला पाण्डेय, राजीव अग्रवाल,मंजूषा भगत, सहित अन्य ने अतिथि के रुप मे शिरकत की तो वही इस प्रतियोगिता निर्णायक के रुप मे डाँ अराधना आयंगर , हिना सिंह , नासिर खान , अंजनि पाण्डेय ने अपनी भूमिका निभाई ।इस दौरान निशक्त जन सेवा समिति की रीता अग्रवाल, अंचल ओझा, शायरा बानो, सहीत भारी संख्या में लोग उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन सरस्वती शिशु मंदिर की नन्ही बालिका हिमांगी त्रिपाठी ने बखूबी किया। गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता मे चुने गए तीन बच्चो या समूहो को राज्य स्तरीय गायन प्रतियोगिता मे जाने का मौका मिलेगा।