महासमुंद। झुनगाबारी, पिलवापाली निवासी 24 वर्षीय रामप्रसाद पटेल ने थाना पिथौरा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 19 अगस्त को 12 बजे दिन से उसकी दादी कार्तिकमति पटेल उम्र 80 वर्ष घर में नहीं है, और 20 अगस्त की सुबह गांव के बस्ती तालाब के पानी में मृत अवस्था में मिली है। सूचना पर मर्ग क्र. 49/2020 धारा 174 जा.फौ. कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया जाकर पंचनामा बाद शव का PM कराया गया।
पंचनामा के दौरान शव को पानी से निकालने पर मृतिका कार्तिकमति पटेल उम्र 80 वर्ष के गले में एक पुरानी हरे रंग की साड़ी के टुकड़े में ईंट बंधा हुआ एवं साड़ी टूकड़ा ईट कार्तिकमति पटेल के गले में बंधा हुआ मिला एवं आंख, नाक के पास चोंट जैसा निशान मिला। डॉक्टर साहब द्वारा PM रिपोर्ट में मृतिका को पानी में नहीं डूबना लेख कर शव PM के 3-4 दिन पहले का होना बताने पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302, 201 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, अति. पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पुपलेश कुमार पिथौरा के निर्देशन में वरिष्ट अधिकारियों के निर्देशानुसार अज्ञात हत्या के आरोपियों के तलाश पतासाजी हेतु मृतिका कार्तिकमति पटेल के पुत्र पन्नालाल पटेल उम्र 50 वर्ष से हिकमातमली के पुछताछ करने पर अपनी पत्नि मायावति पटेल उम्र 45 वर्ष, पुत्र रामप्रसाद पटेल उम्र 24 वर्ष सभी निवासी झुनगाबारी पिलवापाली के साथ मिलकर हत्या करना एवं हत्या पश्चात साक्ष्य छुपाने के लिये कार्तिकमति पटेल के गले में एक पुरानी हरे रंग की साड़ी के टूकड़े में ईंट बांधकर ईट कपड़े को गले में बांधकर 19 अगस्त के रात्रि में अपने पुत्र रामप्रसाद पटेल के साथ कार्तिकमति के शव को बस्ती तालाब झुनगाबारी पिलवापाली के पानी में डालकर छुपा देना बताया।
आरोपी मन्नूलाल पटेल द्वारा अपने घर से एक पुरानी हरे रंग की साड़ी का टूकड़ा जो मृतिका कार्तिकमति पटेल के गले में बंधा साड़ी के टूकड़ा का भाग था एवं एक घर के दिवाल के पास रखे ईंट जो कार्तिकमति पटेल के गले में कपड़े से बंधा ईट के सामान था। पेश करने पर जप्त किया गया एवं आरोपियों के विरूद्ध अपराध सदर घटित करना पाये जाने से दिनांक 23/08/2020 को गिरफ्तार किया गया है। जिसे न्यायालय में पेश किया जायेगा।
आरोपियों की पतासाजी करने एवं गिरफ्तार करने में SDOP महोदय पिथौरा के कुशल निर्देशन में निरीक्षक एन.के. स्वर्णकार द्वारा अपने सहयोगी प्रशिक्षु DSP अपूर्वा सिंह क्षत्रिय, ASI प्रकाश नागरी, HC कुबेर जायसवाल, सुरेश परिहार, आरक्षक मिहिर बिसी, जुनैद खान, हिरालाल मिश्रा, लालूराम धुर्वे का विशेष योगदान रहा है।