कलेक्टर ने अपनी बेटी का दाखिला कराया सरकारी स्कूल में
बलरामपुर (कृष्ण मोहन कुमार) शिक्षा के मामले में बेहद सवेंदनशील माने जाने वाले कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने नई पहल की है.. उन्होंने अपनी पांच वर्षीय बेटी का दाखिला सरकारी स्कूल में कराया है.. कलेक्टर साहब ने बेटी की प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के लिए प्रज्ञा प्राथमिक विद्यालय को चुना है और संसाधनों के अभाव से जूझ रहे बलरामपुर जिले में शिक्षा की अलख जगाने वाले कलेक्टर साहब ने यू तो शिक्षा के स्तर पर कई काम किये है. और शायद यही वजह है कि बलरामपुर उड़ान और पहल को लेकर समूचे प्रदेश में सुर्खियों में बना रहा.. जिसकी तारीफ खुद सूबे के मुखिया ने डीएम की पीठ थपथपा कर की थी।
ऐसे में बलरामपुर कलेक्टर की सरकारी स्कूलों की प्रति दिलचस्पी इसी बात से लगाई जा सकती है कि साहब ने पहले तो अपनी बेटी का एडमिशन आंगनबाड़ी में कराया और उसके बाद अब प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के लिए सरकारी स्कूल को चुना है.. और एक संदेश दिया है उन नौकरशाहो को जो जिले में शिक्षा के क्षेत्र में खामियां ढूंढते फिरते है और मोटी रकम भर कर निजी संस्थानों की ओर रुख करते है.. लेकिन अभावों से जूझकर हालात सुधारने की जहमत तक नही उठाते। बहरहाल कलेक्टर साहब की इस पहल से अब लगता है की सरकारी स्कूलों की पढ़ाई पर उठ रही सवालियां उंगलिया अब थम जाएगी।
जाहिर है की जिस स्कूल में जिले के कलेक्टर के बच्चे पढेंगे उस स्कूल का शिक्षा का स्तर खुद-ब-खुद सुधर जाएगा.. लेकिन अगर राज्य सरकार इस प्रेरणा को प्रदेश भर में अनिवार्य कर दे तो वो दिन दूर नहीं जब प्रदेश के शासकीय स्कूलों के माथे पर लगा दाग मिट जाएगा और निजी स्कूलों की मनमानी और पैसे की भूख खुद समाप्त हो जाएगी..