लाल आतंक के बीच रह रहे बच्चो का सीएम ने बढाया हौसला…. किसी ने डाक्टर तो किसी ने इंजीनियर बनने की जताई इच्छा

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मुख्यमंत्री ने नक्सल इलाकों के होनहार बच्चों का बढ़ाया हौसला

रायपुर /जगदलपुर

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज रात राज्य के नक्सल हिंसा पीड़ित सुकमा जिले के प्रवास के दौरान वहां के नन्हें स्कूली बच्चों से सर्किट हाऊस में मुलाकात की। डॉ. सिंह इन नन्हीं प्रतिभाओं से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने गीताकर्नम, वंजाम बोजा, पूजा कवासी, पोड़ियाम विक्की और कोर्राम जुल्फा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने इन बच्चों को प्रोत्साहन पुरस्कार से भी नवाजा और उनका हौसला बढ़ाया।

इस दौरान मुख्यमंत्री को यह जानकर खुशी हुई कि पूजा कवासी ने ज्ञानोदय में आयोजित परीक्षा में 98.8 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उसे मुख्यमंत्री डीएव्ही स्कूल में प्रवेश दिया गया है। डॉ. रमन सिंह ने इन बच्चों से उनके सपनों के बारे में भी पूछा। कई बच्चों ने डॉक्टर बनने की इच्छा प्रकट की। मुख्यमंत्री ने उन्हें खूब मेहनत से पढ़ाई करने की सलाह दी। सुकमा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार के तहत ज्ञानोदय कार्यक्रम शुरू किया गया। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ऐसे बच्चों को ढूंढ निकाला गया, जिनके माता-पिता नक्सल हिंसा में जान गवां चुके हैं। ऐसे शाला त्यागी अप्रवेशी बच्चों को प्रशासन ने बसाहटों से ढूंढ निकाला और उन्हें 6 माह के सत्त प्रशिक्षण प्रदान कर शाला प्रवेश के योग्य बनाया। कक्षा 6वीं में अध्ययनरत इग्नाईट अवार्ड विजेता रोशन सोढ़ी ने बडे़ होकर इंजीनियर बनने की बात कही। प्रशासन के इन्हीं प्रयासों के परिणाम स्वरूप इन होनहार विद्यार्थियों ने अलग-अलग अपनी कक्षाओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।