जशपुर जिले के दुलदुला में इन्सानियत को शर्मसार करने का मामला सामने आया है.. यहाँ सड़क दुर्घटना में एक महिला की मौत होने के बाद महिला के परिजनों को घर तक शव ले जाने के लिए अस्पताल से शव वाहन या एंबुलेंस नहीं मिल सका.. लिहाजा मजबूर परिजनों को ताबूत में शव को रखा और कंधे पर रखकर तकरीबन 3 किलोमीटर पैदल घर तक ले जाना पड़ा है।
गौरतलब है की जिले के दुलदुला के छेरडांड़ गांव के धोबी नाला के पास एक सड़क दुर्घटना में महिला की मौत हुई थी.. सड़क निर्माण का काम करने जा रही मजदूरों से भरी ट्रेक्टर ट्राली के पलटने से यह हादसा हुआ था.. इस दुर्घटना में एक 16 साल की लड़की और 30 वर्षीय लक्ष्मनी बाई पति बंधन राम की मौके पर मौत हो गई थी। वही चार अन्य लोग घायल हुए थे..
वीडियो में देखें कैसे जुगाड़ से पैदल शव लेकर चल दिए परिजन-
मृतका के पति बंधन राम के अनुसार वह पत्नी की लाश को अस्पताल से घर ले जाने के लिए अस्पताल के बीएमओ इंदवार से कई बार एम्बुलेंस देने की गुजारिश किया लेकिन बीएमओ ने कहा की अभी दुलदुला में कोई भी एंबुलेंस नहीं है। लिहाजा मृतिका का पति व अन्य परिजनों ने मिलकर प्लाईवुड का ताबूत बनाया और शव को ताबूत में रखकर 3 किलोमीटर दूर कंधे में ढोकर पैदल घर ले गए।