बीईओ को हटाने की कर रहे मांग, शिक्षक से दुव्र्यवहार एवं भ्रष्टाचार के लगे है आरोप
अम्बिकापुर
उदयपुर से “क्रान्ति रावत”
शैक्षणिक सत्र के आरंभ में बीईओ के खिलाफ शिक्षक से दुव्र्यवहार एवं भ्रष्टाचार के परिपेक्ष्य में आयोजित धरना प्रदर्शन से पुरे ब्लाॅक में शिक्षा व्यवस्था चरमरा सी गयी है। सामुहिक अवकाश लेकर किये गये इस धरना प्रदर्शन से कई स्कूलों में ताले लटकते नजर आये। बीईओ हटाओं के नारों के साथ सैकड़ो शिक्षकों ने नया बस स्टैण्ड परिसर उदयपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। शिक्षकों के आंदोलन से विकासखण्ड उदयपुर अंतर्गत कुल 277 विद्यालयों में से लगभग 50 स्कूलों में पूरी तरह से ताले लटके रहे। इसके अतिरिक्त डेढ़ सौ से अधिक स्कूलों में अध्यापन कार्य बुरी तरह प्रभावित रहा। ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे छोटे बच्चे मध्यान्ह भोजन की आश में स्कूल के आसपास मंडराते हुये देखे गये। कलेक्टर सरगुजा के नाम से तहसीलदार उदयपुर को सौंपे गये ज्ञापन में बताया गया है कि विगत दिनांक 04 जुलाई 2016 को जनपद पंचायत उदयपुर के सभाकक्ष में आयोजित विकासखण्ड स्तरीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला के प्रभारी प्रधानपाठक एवं प्रधानपाठकों, सी.ए.सी., सी.आर.सी. की बैठक जनपद पंचायत के अध्यक्ष एवं सभापति की उपस्थिति में रखी गई थीं । जिसमें लखन राजवाड़े शिक्षक पंचायत को भी आमंत्रित किया गया था। शिक्षकों की समस्या को रखने के दौरान उक्त शिक्षक को माईक छीनकर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा बोलने से मना कर दिया गया। एक शिक्षक के साथ इस तरह के दुव्र्यवहार एवं अपमान जनक घटना से व्यथित एवं आक्रोशित शिक्षकों ने चार दिन काली पट्टी लगाकर शिक्षकीय कार्य किया गया। शिक्षकों द्वारा उक्त दुव्र्यवहार की सूचना उच्चाधिकारियों को देकर बीईओ को 12 जुलाई तक हटाने की मांग की गयी थी। परंतु बीईओ के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होने पर मंगलवार को नया बस स्टैण्ड परिसर उदयपुर में शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों शिक्षकों ने धरना देकर बीईओ अशोक भारद्वाज को हटाने की मांग की है। शिक्षकों द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में यह भी दर्शाया गया है कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा शाला निरीक्षण के दौरान छात्रों एवं शिक्षकों के साथ अशोभनीय व्यवहार किया जाता रहा है। वेतन पत्रक, ऋण के आवेदनों, सेवा पुस्तिका की डिग्री इन्द्राज, कार्योŸार अनुमति, एरियर्स राशि के भुगतान, अवकाश स्वीकृति, पार्ट फाईनल, रोके गये वेतन, कारण बताओ नोटिस, एवं अंतिम मूल्यांकन पंजी में हस्ताक्षर के प्रतिफल में मनमाने तरीके से राशि की मांग की जाती है। शिक्षकों ने यह भी आरोप लगाया कि इनके उपर पूर्व में भी कई प्रकार के शिकायतों की जांच जिसमें छात्रावास की राशि की वसूली के आरोप, असक्षम शिक्षकों के वेतन भुगतान के एवज में राशि की वसूली की जाती है। बी.ई.ओ. को हटाकर उनके विरूद्ध जांच कराने की मांग की गई, अगर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी उदयपुर को तत्काल यहां से नहीं हटाया जाता है तो शिक्षक संघर्ष समिति शैक्षणिक कार्य करते हुए आगामी दिनों में भी काली पट्टी लगाकर अनवरत रूप से विरोध प्रदर्शन करते रहने की बात कही गयी है। शिक्षकों द्वारा दिनांक 16 जुलाई 2016 को संकुल स्तर पर शालेय समय पश्चात् हवन किया जायेगा एवं फिर भी कार्यवाही नही होने की स्थिति में आगामी 30 जुलाई 2016 को सायं 04 बजे विकासखण्ड कार्यालय के सामने स्थित शिव मंदिर प्रांगण में प्रशासन की सद्बुद्धि हेतु हवन करेंगे। धरना प्रदर्शन को कई वक्ताओं ने संबोधित किया तथा धरना को समर्थन देते हुये भाजपा मण्डल अध्यक्ष राधेश्याम सिंह ठाकुर ने कहा शिक्षकों के जायज मांगों का समर्थन करता हूं और इस बात को जिला के वरिष्ठ पदाधिकारियों को बताकर शिक्षकों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा कराने हेतु पहल करने का आश्वासन दिया गया है। आंदोलन को हरेन्द्र सिंह प्रान्तीय महासचिव, भरत सिंह, मनोज वर्मा, करन यादव, सुरित राजवाड़े, अरविन्द्र सिंह, राकेश दुबे, मो. आरिफ, देवनारायण यादव, राजकुमार सिंह, रमेश सिंह, नार सिंह मरकाम, बालमुकुंद गुप्ता, रामानंद शर्मा, राकेश धुर्वे, लखन राजवाड़े, अरविन्द धु्रव ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने बीईओ द्वारा शिक्षकों के साथ किये जाने वाले दुव्र्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा की और उन्हे हटाने की मांग की। आंदोलन को सफल बनाने में प्रमुख रूप से देवेन्द्र सिंह, सत्येन्द्र सिंह, मोहन यादव, चन्द्रिका सोनी, सम्पूरन राय, रामअवध, ओमवती शाक्य, पुष्पा तिवारी, अंजू सिंह, वंदना यादव, संध्या तिर्की, शशिकला, मीना प्रजापति, संगीता धु्रव, हिरोंदिया सिंह, चुड़ामणी सिंह, सीमा सिंह, चन्द्रभूषण सिंह, प्रभाकर सिंह, मदन गोपल सिंह, डूमेश वर्मा, त्रिभुवन नारायण, ओमप्रकाश शाक्य, देवेश कुशवाहा, मनोज अग्रवाल, महमूद आलम, रमेश मौर्य, दीपेन्द्र दुबे, मेलन साहू, अनुप दास, धनेश्वर यादव, देवेन्द्र, दुबे मेरी कांति मिंज, आरती दुबे, मासूमा नजर चिश्ती, पदमा सिंह, गुप्तेश्वर सिंह, मया राम धीवर, विजय यादव, संजय मानिकपुरी, अनुप सोनी, देवप्रसाद सिंह, गोविन्द सिंह, शैलेन्द्र क्षत्रीय, कलम, अकबर सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में महिला शिक्षिकाओं सहित शिक्षकगण उपस्थित रहे।